सालानपुर में विभिन्न योजनाओं का स्पॉट निरीक्षण किया
डीएम ने एसएचजी उत्पादित फसल की मार्केटिंग करने की योजना का सर्वे
मशरुम की खेती सेजुड़ी है 600 सेअधिक महिलाएं
एफपीओ गठित होनेसे मार्केटिंग मेंमिलेगी सुविधा
रूपनारायणपुर : जिला में फार्मर्स प्रोड्यूसर्स ऑर्गेनाइजेशन (एफपीओ) का गठन कर स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के सदस्यों द्वारा उत्पादित फसल को बड़े आकार में मार्केटिंग करने की योजना को अंतिम रूप देने से पहले जिलाशासक शशांक सेठी ने शनिवार को सालानपुर प्रखण्ड के रूपनारायणपुर में बृंदाबनी गांव का दौरा किया. ग्रुप की 600 महिलाएं मशरूम की खेती कर रही है. यहां के मशरूम को एफपीओ के माध्यम से बड़े मॉल तक पहुंचाने की योजना तैयार की जा रही है.
एक एफपीओ में सदस्यों की संख्या दो हजार तक हो सकती है. इसके साथ ही मुक्ताईचण्डी में चल रही कृषिबंधू शिविर का भी निरीक्षण किया. उपस्थित किसानों से बात की और उनकी समस्यायों पर तत्काल कार्यवाई कर एक सप्ताह में रिपोर्ट जमा देने का आदेश अधिकारियों को दिया.
जिला के उप कृषि निदेशक सागर बनर्जी, सहायक कृषि निदेशक (प्रशासन) पार्थ घोष, प्रखण्ड के सहायक कृषि निदेशक चंदन कोनार उपस्थित थे. जिले में किसानों के लिए सरकारी योजना कृषिबंधू, बांग्ला सार्स (फसल) बीमा योजना (बीएसबीवाई), कृषि यंत्रों पर सब्सिडी आदि के मुद्दे को लेकर जिलाशासक श्री सेठी शनिवार को फील्ड विजिट पर सालानपुर प्रखण्ड में आये.
मुक्ताईचंडी में चल रहे कृषिबंधू शिविर में गये. उन्होंने किसानों से सीधी बात की. सभी ने कुछ न कुछ समस्या बताई. जिसमें कुछ किसानों ने कहा कि जमीन पिता के नाम से है. वे अब नहीं है. जमीन का म्यूटेशन बेटों के नाम पर होने पर ही इस योजना का लाभ मिलेगा. म्यूटेशन की प्रक्रिया जल्दी पूरी की जाये.
कुछ किसानों ने अबतक धान नहीं बिकने की बात कही, केसीसी में बैंक द्वारा लगातार परेशान किये जाने की बात कही. जिलाशासक ने धान की सरकारी खरीदारी के लिए पुनः कैम्प लगाने को कहा. अन्य समस्याओं के समाधान का दायित्व स्थानीय अधिकारियों को देकर एक सप्ताह में रिपोर्ट भेजने को कहा. श्री सेठी बृंदाबनी गांव गए. एसएचजी की 600 महिलाएं मशरूम की खेती करती है. उनकी फसल की सही मार्केटिंग की व्यवस्था और इस कार्य में और भी सैकड़ों पुरुष महिलाओं को जोड़कर एफपीओ गठन करने की बात कही.
उन्होंने बताया कि एफपीओ गठन होने से इसके सदस्यों को मार्केटिंग की सही व्यवस्था के साथ साथ सरकारी अनेक प्रकार की सहायता मिलेगी. बीज खुद तैयार करेंगी, सड़ी बिचाली से भर्मीकंपोज तैयार होगा. इनकी आय काफी बढ़ जायेगी. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने बीएसबीवाई योजना शुरू की है. इसके तहत जिले में आमन धान पर सभी किसानों को बीमा का लाभ मिलेगा. जिसके लिए किसान को किसी प्रकार की राशि का भुगतान नहीं करना पड़ेगा.
जिले में 660 मौजा के किसानों को कृषिबंधु योजना के दायरे में लाने का कार्य मौजा स्तर पर शिविर लगाकर इस माह के अंत तक पूरा करने का निर्देश दिया गया है. इस योजना में किसान को दो हजार रुपये से पांच हजार रुपये तक सालाना खेती के लिए सरकारी अनुदान मिलेगा. खेती के लिए कृषियंत्र ट्रैक्टर, पावर टीलर, धान झाड़ने की मशीन के साथ हर छोटी बड़ी उपकरणों की खरीदारी पर सब्सिडी दी जा रही है. जो भी किसान आवेदन करेगा सभी को मिलेगा. इन सभी परियोजना का लाभ किसान तक पहुंच रहा है या नहीं फील्ड विजिट में किसानों से यह जानकारी ली गयी.