कहीं पेड़ गिरे, तो कहीं घरों की टीन की छतें उड़ीं
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जाते-जाते फोनी ने बालुरघाट में बरपाया कहर
कहीं पेड़ गिरे, तो कहीं घरों की टीन की छतें उड़ीं बोरो धान काे भारी नुकसान, किसान परेशान 70 हजार हेक्टेयर जमीन पर फसल तबाह लगातार बारिश से शहर में जलजमाव की स्थिति बालुरघाट : फोनी तूफान ने जाते-जाते शनिवार को दक्षिण दिनाजपुर जिले में जमकर तबाही मचायी. खासकर बालुरघाट तथा आसपास के इलाके में […]
बोरो धान काे भारी नुकसान, किसान परेशान
70 हजार हेक्टेयर जमीन पर फसल तबाह
लगातार बारिश से शहर में जलजमाव की स्थिति
बालुरघाट : फोनी तूफान ने जाते-जाते शनिवार को दक्षिण दिनाजपुर जिले में जमकर तबाही मचायी. खासकर बालुरघाट तथा आसपास के इलाके में काफी नुकसान हुआ है. फोनी ने एक ओर जहां जिले में बोरो धान की तैयार फसल को काफी नुकसान पहुंचाया, वहीं कई घरों की टीन की छतों को उखाड़ दिया. इस दौरान जगह-जगह पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित होने की भी सूचना मिली.
दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से कई जगहों पर जलजमाव है, जिससे राहगीरों को काफी परेशनियों का सामना करना पड़ा. मौसम विभाग के अनुसार जिले में लगभग 20-25 किलोमीटर की तेज गति की रफ्तार से हवाएं चलीं. बताया जाता है कि करीब 70 हजार हेक्टेयर जमीन में लगी धान की फसल को नुकसान पहुंचा है. इससे किसान परेशान हैं.
जानकारी के अनुसार फोनी की भयावहता का असर दक्षिण दिनाजपुर जिले के खेतों में भी देखने को मिला. तेज हवा व बारिश से बोरो धान को काफी नुकसान पहुंचा है. हालांकि कृषि विभाग का दावा है कि 10 फीसदी फसलों को नुकसान हुआ है. वहीं, पटुआ व सब्जी के फसल को फायदा पहुंचा है. किसानों को सिंचाई जरूरत नहीं पड़ेगी.
उल्लेखनीय है कि दक्षिण दिनाजपुर जिले इस मौसम में 70 हजार हेक्टेयर जमीन पर बोरो धान की खेती हुई है. इस समय जमीन में धान पक गया है. लेकिन फोनी के प्रभाव से पिछले दो दिनों से लगातार भारी बारिश व तेज हवा के कारण काफी नुकसान हुआ है. शनिवार शाम तक जिले में 60 मिलीमीटर बारिश हुई है. वहीं, घंटे में 20 से 25 किलोमीटर की गति से तेज हवाएं चलीं. इससे बोरो धान की फसल खेत में गिर गयी है. बालुरघाट ब्लॉक के बोआलदार इलाके के किसान पवित्र मुंशी व झंटू बर्मन सहित अन्य किसानों को भी नुकसान हुआ है.
बालुरघाट ब्लॉक के सह कृषि अधिकारी पार्थ मुखर्जी ने कहा कि उन्होंने खेतों में जाकर मुआयना किया है. अब तक जिले में 10 फीसदी धान को नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि धान की खेती में 35 फीसदी नुकसान होने पर ही सरकारी तौर पर मुआवजा दिया जायेगा. हालांकि अभी भी मुआयना चल रहा है. नुकसान का पूरा आंकड़ा बाद में मिलेगा.
वहीं, जिले फोनी के प्रभाव से जिले में लगातार हो रही बारिश से बालुरघाट सहित आसपास के शहरों में जलजमाव से परेशानी बढ़ गयी है. बालुरघाट के कई वार्डों में घुटने तक पानी भर गया. शुक्रवार से लगातार बारिश व तूफान ने पूरे जिले में कोहराम मचा दिया है. बालुरघाट के 25 वार्डों में कमोवेश जलजमाव हुआ है. कई घंटों से लगातार बारिश ने शहर को जैसे स्तब्ध कर दिया है.
हालाकि नगरपालिका की ओर से लोगों को आश्वास्त किया गया है कि जल्द ही निकासी व्यवस्था को ठीक किया जायेगा. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन को तैयार रखा गया है. मौसम विभाग की ओर से फोनी के पूर्वाभास की जानकारी दी गयी थी. लोगों को सुरक्षित व सतर्क रहने की सलाह दी गयी थी. शुक्रवार से ही पूरे जिला में तूफान व भारी बारिश शुरू हुई. रात से ही जिले के ज्यादातर इलाकों में बिजली गुल रही.
इधर, तूफान से बालुरघाट नगरपालिका के 19 नंबर वार्ड के कवि तीर्थ क्लब संलग्न इलाके में एक पेड़ टूटकर सड़क पर गिर गया. निकाय कर्मचारी पेड़ को काटकर हटाने में जुट गये है. दूसरी ओर बालुरघाट थाना के अयोध्या इलाके में एक मंदिर की छत उड़ गयी. हालांकि फोनी तूफान से किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है. जिला प्रशासन व राहत टीम पूरी तरह से तैयार है.
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