ड्राइवर और खलासी घायल, अस्पताल में भर्ती
विभागीय इंजीनियर और दमकल की टीम पहुंची
स्थिति को किया नियंत्रित बड़ी दुर्घटना टली
घंटों तक हाइवे जाम रहने से यातायात बाधित
कई किलोमीटर तक लगी वाहनों की कतार
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के निकट घोषपुकुर इलाके में उस समय अफरा-तफरी मच गयी जब एक एलपीजी टैंकर बीच सड़क पर पलट गया.उसमें गैस रिसाव होने से स्थति और भी भयावह हो गयी.उस इलाके के लोग आतंकित हो गए. यह दुर्घटना सुबह करीब आठ बजे की है. मिली जानकारी के अनुसार जलपाईगुड़ी की ओर से एक टैंकर बिहार की ओर जा रहा था. घोषपुकुर मुख्य चौक पर पहुंचते ही ड्राइवर ने अपना नियंत्रण खो दिया. टैंकर बीच सड़क पर पलट गया. सुबह होने के कारण बाजार में लोगों की संख्या कम थी. हांलाकि कई दुकानें तबतक कुल चुकी थी. टैंकर के सड़क पर पलटते ही यह सभी दुकानदार दहशत में आ गये.
इसके साथ उस समय जो लोग बाजार में मौजूद थे यह सड़क से गुजर रहे थे,वह भी डर गये.तत्काल ही इस बात की सूचना फांसीदेवा थाने को दी गयी. हांलाकि तबतक घोषपुकुर रूरल के ट्रैफिक प्रभारी संजीव दत्त दल बल के साथ मौके पर पहुंच चुके थे. इस दौरान टैंकर के ड्राइवर और खलासी बाहर निकल आये थे. उन्हें मामूली चोटें आयी है. पुलिस ने दोनों को चिकित्सा के लिए अस्पताल भिजवाया. इसबीच मामले की जानकारी दमकल विभाग को भी दे दी गयी थी. जबकि टैंकर से गैस रिसाव के कारण पुलिस की नींद उड़ी हुयी थी. घटना की सूचना मिलते ही विभागीय इंजीनियरों को भी इसकी जानकारी दे दी गयी.
जिस कंपनी की एलपीजी टैंकर में लदी थी,उसके इंजीनियर भी सिलीगुड़ी से मौके पर पहुंच गये. इनलोगों ने पहले गैर रिसाव को रोका. उसके बाद लोगों के साथ ही पुलिस कर्मियों ने राहत की सांस ली. जबतक दमकल की टीम मौके पर पहुंची तबतक गैस रिसाव को बंद कर दिया गया था. जिसकी वजह से एक बड़ी दुर्घटना टल गयी.रूरल ट्रैफिक प्रभारी संजीव दत्त ने बताया है कि टैंकर पलटने के बाद जल्द ही स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया. सबसे बड़ी समस्या गैस रिसाव के कारण आग लगने की आशंका को लेकर थी. गनीमत रही कि संबंधित विभाग के इंजीनियर जल्द ही मौके पर पहुंच गये.
दमकलकर्मियों की सहायता से स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया.दूसरी और बीच सड़क पर टैंकर के पलटने से पूरे घोषपुकुर इलाके की ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गयी. यह काफी व्यस्त इलाका है. यहां हाइवे है. दूरगामी गाड़ियां इसी हाइवे से होकर गुजरती है. इस सड़क दुर्घटना के कारण करीब तीन घंटे तक हाइवे को बंद कर देना पड़ा. जिसकी वजह से हाइवे के दोनों ओर कई किलोमीटर तक वाहनों की लम्बी कतार लग गयी.स्थिति को नियंत्रित करने में पुलिस को काफी मशक्कतों का सामना करना पड़ा.कई घंटों की लगातार कोशिश के बाद ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू हो सकी.
