लोकसभा प्रत्याशियों से स्थानीय लोग पूछ रहे हैं सवाल
कोई योजना नहीं, सभी एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप
मालदा : दक्षिण व उत्तर मालदा लोकसभा इलाके के महत्वपूर्ण शहर है इंगलिशबाजार व ओल्ड मालदा. लेकिन इन्हीं दो शहरों में ऑटो-टोटो का उत्पात व जाम की समस्या विकराल रूप धारण कर रहा है. जो लगभग सभी राजनैतिक पार्टियों के लिये सिरदर्द बना हुआ है. दोनों लोकसभा केंद्र के विभिन्न दलों के प्रत्याशी चुनाव प्रचार पर निकलकर मतदाताओं के सवालों के घेरे में फंस रहे है. शहरवासियों के सवालों से परेशान प्रत्याशी किसी तरह से सवालों को दरकिनार कर निकल रहे है.
29 वार्डों को लेकर इंगलिशबाजार नगरपालिका का गठन किया गया है. इंगलिशबाजार नगरपालिका के तथ्यों के अनुसार पिछले कुछ सालों में शहर में लगभग 1200 टोटो को चलाने की अनुमति दी गयी है. बाद में इसकी जिम्मेदारी मोटर व्हीकल विभाग ने ले ली. लेकिन पिछले एक साल में टोटो की संख्या लगातार बढ़ रही है. वर्तमान में इंगलिशबाजार शहर में 10 हजार टोटो चल रहे है. इसके पीछे जिला मोटर व्हीकल विभाग को शहरवासी भी जिम्मेदार मानते है. आरोप है कि मोटर वेइकल विभाग की लापरवाही से पूरे शहर में टोटो का उत्पात बढ़ गया है. यही स्थिति ओल्ड मालदा नगरपालिका का भी है.
उत्तर मालदा लोकसभा केंद्र का मुख्य शहर ओल्ड मालदा नगरपालिका इलाका है. इसमें 20 वार्ड आते है. इस इलाके में 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पड़ता है. नगरपालिका के चौरंगी मोड़ इलाके में राजमार्ग के किनारे एफसीआई गोडाउन संलग्न इलाके में अवैध ट्रक पार्किंग को लेकर जाम की समस्या लगी रहती है. इलाकावासियों का कहना है कि चुनाव प्रत्याशी प्रचार के लिए आ रहे है. उनसे जाम की समस्या के बारे में बात करने पर वह एक दूसरे पर आरोप लगाना शुरू कर देते है. इसके समाधान के लिए किसी के पास कोई योजना नहीं है. सभी का कहना है सत्ता पर आने के बाद समाधान किया जायेगा.
दोनों नगरपालिका चेयरमैन निहार घोष व कार्तिक घोष ने बताया कि जाम की समस्या से निपटने के लिए अस्थायी कर्मचारी को ट्रैफिक नियंत्रण के काम पर लगाया गया है. सिविक पुलिस भी इस काम पर लगी है. यह मामला मोटर वेइकल विभाग देख रहा है.