11 मार्च से शुरू हो जायेगा काम, मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक दिन बताया
सिलीगुड़ी : कलकत्ता हाइकोर्ट की सर्किट बेंच का उद्घाटन करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जलपाईगुड़ी पहुंच गयी हैं. शुक्रवार शाम को सेवा विमान से वह कोलकाता से बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचीं और वहां से सीधे जलपाईगुड़ी के लिए रवाना हो गयीं. जलपाईगुड़ी में सड़क के दोनों किनारे खड़े हजारों लोगों ने हाथों में मोमबत्तियां लेकर उनका स्वागत किया.
मोमबत्तियां जलाकर उत्तर बंगाल की इस पुरानी मांग को पूरी करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया गया. शनिवार दोपहर को हाइकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश, मुख्यमंत्री और राज्यपाल के हाथों सर्किट बेंच का उद्घाटन होना है. 11 मार्च यानी सोमवार से सर्किट बेंच में काम शुरू हो जायेगा.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर जलपाईगुड़ी में सर्किट बेंच के उद्घाटन के लिए पूरे उत्तर बंगाल के लोगों को अपनी शुभकामनाएं दी हैं और इसे ऐतिहासिक दिन बताया है. वह शुक्रवार शाम करीब 5.20 बजे बागडोगरा एयरपोर्ट पर उतरीं. लगभग 20 मिनट बाद वह एयरपोर्ट से बाहर निकलीं, तो उनके स्वागत के लिए उत्तर बंगाल विकास मंत्री मंत्री रवींद्रनाथ घोष, पर्यटन मंत्री गौतम देव, वन मंत्री विनय कृष्ण बर्मन, राज्यसभा सांसद शांता छेत्री के अलावा जलपाईगुड़ी व दार्जिलिंग जिलों के वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी वहां मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने बागडोगरा एयरपोर्ट पर संवाददाताओं से कोई बातचीत नहीं की. वह सीधे अपने काफिले के साथ घोषपुकुर होते हुए जलपाईगुड़ी के लिए रवाना हो गयीं.
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को दोपहर एक बजे से सर्किट बेंच के शुभारंभ का कार्यक्रम शुरू होगा. अतिथियों के दीप जलाने के बाद राष्ट्रगान होगा. इसके बाद एक सांस्कृतिक समूह द्वारा वैदिक पाठ किया जायेगा. हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार जेनरल स्वागत भाषण देंगे. इसके बाद राज्य के कानून मंत्री, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश, राज्यपाल और मुख्यमंत्री का संबोधन होगा.
दोपहर दो बजे के आसपास राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एक साथ सर्किट बेंच के शिलापट्ट का अनावरण करेंगे. इसके बाद सर्किट बेंच के रजिस्ट्रार धन्यवाद ज्ञापित करेंगे और पुन: राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन होगा.
इससे पहले गत 8 फरवरी को ही सर्किट बेंच का औपचारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिया था. हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और मुख्यमंत्री की गैरहाजिरी में हुए इस उद्घाटन की तृणमूल कांग्रेस व अन्य कई लोगों ने काफी आलोचना की थी.