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फैक्टरी में तोड़फोड़, मालिक-मैनेजर को पीटा

कारोबार शुरू करने में मदद की लगायी गुहार पुलिस अधीक्षक से शिकायत के बाद भी कोई लाभ नहीं सिलीगुड़ी : प्रशासनिक बैठक में राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी के ट्रेड यूनियन संगठन के एक नेता की शिकायत करना फैक्ट्री मालिक को भारी पड़ गया. स्थिति यह हो गयी कि खाद फैक्टरी को बंद कर देना पड़ा […]

कारोबार शुरू करने में मदद की लगायी गुहार

पुलिस अधीक्षक से शिकायत के बाद भी कोई लाभ नहीं
सिलीगुड़ी : प्रशासनिक बैठक में राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी के ट्रेड यूनियन संगठन के एक नेता की शिकायत करना फैक्ट्री मालिक को भारी पड़ गया. स्थिति यह हो गयी कि खाद फैक्टरी को बंद कर देना पड़ा है. पुलिस में शिकायत के बाद भी कोई लाभ नहीं हो रहा है. जिससे ना केवल फैक्टरी मालिक बल्कि उस में काम करने वाले श्रमिक भी बेहद परेशान हैं .
अब यह मामला राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक पहुंच गया है. फैक्टरी मालिकों को मुख्यमंत्री से न्याय की उम्मीद है. मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी के निकट राजगंज इलाके में नॉर्थ बंगाल सुंदर एग्रो प्राइवेट लिमिटेड नामक एक कंपनी है. आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस समर्थित ट्रेड यूनियन संगठन आइएनटीटीयूसी के एक स्थानीय नेता मोहम्मद साबुल के कारण फैक्टरी बंद कर देनी पड़ी है. यह घटना इसी महीने की 19 तारीख की है.
तब से लेकर अब तक फैक्ट्री को खोलने की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई है. अब इस मामले में नार्थ बंगाल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है. इसको लेकर मुख्यमंत्री को एक चिट्ठी भी लिखी गई. शनिवार को यह जानकारी संगठन के सचिव सुरजीत पाल ने दी. वह सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय तृणमूल नेता मोहम्मद साबुल के खौफ के कारण फैक्ट्री मालिक, मैनेजर तथा अन्य कर्मचारी डरे हुए हैं.
इस फैक्टरी के मालिक सतीश कुमार अग्रवाल तथा मैनेजर बप्पादित्य गुहा से मारपीट भी की गई. इनकी गलती मात्र इतनी थी कि उन्होंने प्रशासनिक बैठक में फैक्टरी की समस्या तथा स्थानीय तृणमूल नेताओं की दबंगई की शिकायत की थी. उसके बाद ही मोहम्मद साबुल तथा उसके समर्थकों ने फैक्टरी पर हमला बोल दिया. ना केवल फैक्टरी में तोड़फोड़ की गयी बल्कि मालिक सतीश कुमार अग्रवाल तथा मैनेजर के साथ मारपीट भी की गयी. दोनों किसी तरह से जान बचाकर भागे. श्री पाल ने आगे बताया कि इस मामले की शिकायत राजगंज थाने में दर्ज कराई गई थी.
उसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई. लेकिन जमानती धाराओं में मामला दर्ज होने के कारण दूसरे दिन ही सभी कोर्ट से बेल पर रिहा हो गये. उसके बाद इन लोगों की दबंगई फिर से शुरू हो गई. यह लोग फैक्ट्री नहीं चलाने दे रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय तृणमूल नेता फैक्टरी में काम करने वाले कर्मचारियों काम करने करने का दबाव डालते हैं. जिसकी वजह से फैक्टरी का उत्पादन प्रभावित हो रहा है. मजबूर होकर फैक्टरी को बंद करने के सिवा मालिकों के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है.
उन्होंने उस तृणमूल नेता पर फैक्टरी बेचने के लिए दबाव डालने का भी आरोप लगाया. श्री पाल ने आगे कहा कि इस मामले की शिकायत जलपाईगुड़ी जिले के पुलिस अधीक्षक से भी की गई है. उसके बाद भी कोई लाभ नहीं हुआ है. 20 फरवरी से ही कारखाने में काम बंद है. वह लोग फैक्टरी खोलना चाहते हैं. लेकिन आइएनटीटीयूसी नेताओं के डर से फैक्टरी नहीं खोल पा रहे हैं.संवाददाता सम्मेलन में संगठन के अध्यक्ष रमेश अग्रवाल तथा फैक्टरी मालिक सतीश अग्रवाल भी उपस्थित थे.

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