मालबाजार : लगभग 70 दृष्टीहीनों को लेकर उत्तर बंगाल के मुख्य पर्यावरण प्रेमी संगठन हिमालयन नेचर एंड एडवेंचर पाउंडेशन ने प्रकृति पाठ शिविर का आयोजन किया है. यह शिविर 18 फरवरी से धूपझोड़ा के गाछबाड़ी इलाके में यह शिविर चल रहा है. गाछबाड़ी के पिलखाना में वन विभाग के छह प्रशिक्षित हाथी हैं. कैंप गाइड व ट्रेनरों ने महावत की उपस्थिति में दृष्टीहीनों को हाथी से स्पर्श कराकर उनके बारे में बताया.
हाथी के सुंढ से लेकर पूंछ तक स्पर्श कराकर समझाया दृष्टीहीन को बताया गया कि हाथी कितना बड़ा पशु है. हाथी, गाय, भैंस सहित कई पशुओं की इस तरह से उन्हें पहचान करवाया गया. इसके बाद कमजोर दृष्टी वाले बच्चों को लेकर पास के एक रिसॉर्ट में जाया गया.
जहां वर्मा ब्रिज, जिकजक ब्रिज आदि पार करवाया गया. उन्हें नदी पार करना व पेड़ पौधों की भी पहचान करवायी गयी. नैप के को-ऑर्डिनेटर अनिमेष बसु ने बताया कि इन्हे आंखों से दिखता नहीं है. लेकिन ये लोग सबकुछ अनुभव कर सकते है.