अलीपुरद्वार : जिला अस्पताल और गंदगी! यकीन नहीं होता. लेकिन यह सच है कि जिला अस्पताल का परिसर डम्पिंग ग्राउंड में तब्दील हो गया है. जबकि अस्पताल को स्वच्छता की मिसाल होनी चाहिये. कारण, कि बीते डेढ़ साल से अस्पताल परिसर के कचरों की सफाई नहीं हुई है. नतीजा, कचरों का अंबार जमा हो गया है.
आंखों को तो यह गंदगी खटक ही रही है, इसके बगल में चकाचक शिशु वार्ड है जहां भर्ती मरीजों और उनकी देखरेख में आने वाले परिजनों का दुर्गंध से बुरा हाल है. जिला अस्पताल का ऐसा हाल कैसे हुआ? इसकी पड़ताल करने पर पता चला कि पिछले डेढ़ साल से अस्पताल परिसर के कचरों की सफाई ही नहीं की गयी है.
अस्पताल अधीक्षक डॉ. चिन्मय बर्मन ने बताया कि बीते डेढ़ साल से कचरों की सफाई नहीं हो रही है. बार बार अलीपुरद्वार नगरपालिका से इसकी लिखित विनती की गयी लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ. वहीं, अस्पताल अधीक्षक का कहना है कि जिला अस्पताल के आवासन का भी बुरा हाल है. उल्लेखनीय है कि नगरपालिका के एसडीओ प्रशासक मनोनीत हुए हैं. एसडीओ कृष्णाभ घोष का कहना है कि दरअसल, डम्पिंग ग्राउंड नहीं होने से यह संकट है. वह चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं. कचरा प्रबंधन का काम नहीं हो पा रहा है. जल्द ही समस्या के हल के लिये ठोस उपाय किये जायेंगे.