सिलीगुड़ी: भारत-नेपाल सीमांत के खोरीबाड़ी थाना क्षेत्र के पानीटंकी के टेपुजोत गांव की एक आदिवासी छात्रा के प्रेम के झांसे में फंसा कर उसे दिल्ली में बिक्री किये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है.
अंतरराज्यीय नारी तस्कर गिरोह का आरोपी एक तस्कर खोरीबाड़ी थाना पुलिस के हत्थे चढ़ गया. गिरफ्तार तस्कर की शिनाख्त टेपुजोत निवासी सुखलाल मारडी (24) के रूप में हुई है.
पुलिस ने उसे सिलीगुड़ी जिला अदालत में न्यायाधीश के सामने पेश किया. न्यायाधीश ने उसकी जमानत अरजी खारिज कर 13 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया. पूछताछ के दौरान सुखलाल ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है. साथ ही अपने अन्य दो साथियों महेश मारडी व एक युवती रानी मारडी के भी नाम का खुलासा किया है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार 2 जून को पीड़ित छात्र मायनो मारडी घर से अचानक लापता हो गई और उसे नारी तस्कर गिरोह ने दिल्ली में बिक्री कर दिया. बाद में 16 जून को छात्र के पिता साहेब मारडी ने खोरीबाड़ी थाना में एक मामला दर्ज कराया. पुलिस का कहना है कि महेश मारडी पहले मायनो को अपने प्रेमजाल में फंसाया. बाद में उसे शादी का सपना दिखाकर अपने गिरोह के साथ दिल्ली ले गया, जहां उसे बिक्री कर दिया गया. दाजिर्लिंग जिला के नक्सलबाड़ी के सर्किल इंस्पेक्टर राजेन छेत्री ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस महेश मारडी व रानी मारडी की गहन तफ्तीश शुरु कर दी है. साथ ही दाजिर्लिंग पुलिस की एक टीम गठित की गई है जो जल्द ही स्वयंसेवी संगठन के प्रतिनिधि को साथ लेकर मायनो की तलाश में दिल्ली रवाना होगी.