कूचबिहार : शहर में पेयजल के संकट और नगरपालिका कर्मचारियों के दयनीय हालत में सुधार समेत बुनियादी सुविधाओं की मांगों को लेकर वामफ्रंट की ओर से कूचबिहार शहर में लंग मार्च निकाली गयी. मंगलवार को इस लंग मार्च के बाद कूचबिहार नगरपालिका भवन में वाइस चेयरमैन आमिना अहमद को 15 सूत्री ज्ञापन सौंपा गया. वामफ्रंट नेतृत्व का कहना है कि पहले से लंग मार्च की भनक लगते ही चेयरमैन भूषण सिंह आज कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए.
ज्ञापन में नागरिक सेवा में कमी के साथ नगरपालिका के कर्मचारियों को उनके बुनियादी अधिकारों से वंचित करने का आरोप लगाया गया है. लंग मार्च के पूर्व आयोजित सभा को जिला वामफ्रंट संयोजक तारिणी राय, माकपा के जिला सचिव अनंत राय, माकपा से पार्षद पार्थ प्रतिम सेनगुप्त, फॉरवर्ड ब्लॉक नेता दीपक सरकार, भाकपा नेता अमल चौधरी ने संबोधित किया. सभा में आरएसपी के जिला सचिव तापस साहा, विधायक नगेंद्र नाथ राय की उपस्थिति रही.
लाल पताकाओं से भरी यह लंग मार्च विवेकानंद स्ट्रीट से चलकर शहर के मुख्य मार्ग की परिक्रमा करते हुए नगरपालिका भवन तक जा पहुंची. लंग मार्च के आयोजकों ने बताया कि मत्स्य विभाग के अनुमोदन के बिना ही लालदिघी के पश्चिमपाड़ की दलदली जमीन की भराई कर उसपर गार्ड वाल देने का प्रयास नगरपालिका ने किया था. लेकिन वामफ्रंट के तीव्र विरोध के मद्देनजर इस काम को स्थगित कर दिया गया. फ्रंट का आरोप है कि नगरपालिका की ढिलाई के चलते 65 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली पेयजल परियोजना आज तक पूरी नहीं हो सकी है जिससे शहर में पेयजल का संकट कायम है.
पालिका कर्मचारियों के वेतन और पेंशन नहीं दिया जा रहा है. इस बीच नगरपालिका 52 खाली पदों को भरने जा रही है. वामफ्रंट का मानना है कि अस्थायी कर्मचारियों को इन पदों के लिये वरीयता दी जाये. माकपा के नेता और नगरपालिका में नेता प्रतिपक्ष महानंद साहा ने बताया कि वाइस चेयरपरसन ने कहा है कि वे इन मांगों से सहमत हैं.