Advertisement
ग्रासमोड़ चाय बागान में कामकाज शुरू, बागान खुलने के बाद पहले दिन चाय श्रमिकों ने जतायी खुशी
नागराकाटा : लगातार तीन महीने तक बंद रहने के बाद सोमवार को नागराकाटा का ग्रासमोड़ चाय बागान खुल गया. बागान खुलने के बाद चाय श्रमिकों ने खुशी व्यक्त करते हुये काम पर पहुंचे. दुर्गा पूजा से ठीक तीन महीने पहले बागान के बंद होने से श्रमिकों में काफी हताशा थी. चाय बागान और श्रमिक की […]
नागराकाटा : लगातार तीन महीने तक बंद रहने के बाद सोमवार को नागराकाटा का ग्रासमोड़ चाय बागान खुल गया. बागान खुलने के बाद चाय श्रमिकों ने खुशी व्यक्त करते हुये काम पर पहुंचे. दुर्गा पूजा से ठीक तीन महीने पहले बागान के बंद होने से श्रमिकों में काफी हताशा थी. चाय बागान और श्रमिक की दयनीय आर्थिक अवस्था को देखते हुये चाय बागान के श्रमिक संगठनों ने दो पक्षीय वार्ता मालिक के साथ किया था. उसके बाद श्रम विभाग में पांच अक्टूबर को त्रिपक्षीय वार्ता का आयोजन किया गया था. जिसके बाद सभी पक्षों की सहमति के बाद चाय बागान को खोलने का निर्णय लिया गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार त्रिपक्षीय वार्ता की बैठक में फिलहाल हुये समझौते के मुताबिक चाय श्रमिकों को 8.33 प्रतिशत पूजा बोनस दिया जायेगा. यह बोनस भी श्रमिकों को दो किस्तों में मिलेगा. विगत कई माह से दयनीय अवस्था में चल रहे चाय बागान के 1200 श्रमिकों ने बागान खुलने के बाद प्रसन्नता व्यक्त की है. बागान सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जो समझौता किया गया है, उसके अनुसार आठ अक्टूबर को बागान खुलने के बाद 16 अक्टूबर को प्रथम किस्त में 1500 रुपये बोनस के साथ चलते महीने के छह दिनों का मजदूरी भी दिया जायेगा.
बोनस का बचा हुये किस्त आठ नवंबर को काली पूजा से पहले दिया जायेगा. अभी से श्रमिकों को अर्द्ध मासिक के रूप में प्रत्येक महीने के सात और 22 नवंबर को दिया जायेगा. बाबू स्टाफ को महीने के 10 तरीख को वेतन दिया जायेगा. इसके साथ ही श्रमिकों को आठ घंटा काम करना होगा. चाय बागान क्षेत्रों में काम रहे सभी श्रमिकों को 15 दिनों के अंदर काम पर लौटना होगा. चाय श्रमिक सेतु भूजेल, अशोक दास, प्रितम मुंडा, महादेव चिक बड़ाईक ने कहा कि बागान खुलने से हमलोग काफी खुश हैं.
पूजा से पहले हमलोग बोनस प्राप्त करेंगे. चाय बागान बंद होने से हमें काफी मुशिबतों का सामना करना पड़ा है. अब हमारे समस्या का समाधान हो गया है. भाजपा समर्थित भारतीय टी वर्क्स यूनियन के चाय बागान यूनिट सभापति प्रेम कुमार भूजेल ने कहा कि तीन महीने के बाद बागान खुला है. श्रमिक और चाय बागान को बचाये रखने के लिये दजो समझौता हुआ है, हमलोग उसका साथ देंगे. लेकिन बागान प्रबंधक को याद रखना होगा कि बंद के दौरान जो समस्याओं को हमलोगों ने झेला है वह काफी दर्दनाक था.
परंतु हमलोगों ने निरंतर चाय बागान को बचाये रखने के लिये बिना वेतन के काम किया है. तृणमूल चाय श्रमिक संगठन के यूनिट नेता राजू घले ने कहा की काफी प्रयास के बाद चाय बागान खुला है. समझौते के मुताविक बागान मालिक पर काम करने का हमें विश्वास है. जो श्रमिक बाहर काम कर रहे हैं, सभी से चाय बागान आकर काम करने का आह्वान किया गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement