सर्वशिक्षा मिशन की मांग से विवाद चरम पर, पठन-पाठन का काम प्रभावित
सिलीगुड़ी : पिछले दो दिनों से डा. राजेंद्र प्रसाद हिंदी गर्ल्स हाई स्कूल विवादों में उलझा हुआ है. सर्वशिक्षा मिशन को कमरा देने की वजह से प्राइमरी व अपर सेक्शन प्रबंधन के बीच शीतयुद्ध शुरू हो गया. इस विवाद की वजह से बच्चों को हो रही असुविधा को लेकर अभिभावकों ने सड़क जाम कर विरोध जताया. जानकारी मिलते ही सिलीगुड़ी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. समस्या समाधान के लिए विद्यालय प्रबंधन किमिटी ने अगले सात दिनों में बैठक बुलाने की पेशकश की है.
मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी नगर निगम के 6 नंबर वार्ड के डांगीपाड़ा स्थित डा. राजेंद्र प्रसाद गर्ल्स हाई स्कूल के बिल्डिंग में ही प्राथमिक स्कूल भी चल रहा है. भूमितल के दो कमरे में वर्षों से प्राथमिक स्कूल चलता आ रहा है. विवाद की शुरूआत कुछ दिनों पहले हुयी.
किताब रखने के लिए सर्वशिक्षा मिशन ने डा. राजेंद्र प्रसाद गर्ल्स हाई स्कूल प्रबंधन से दो कमरे की मांग की. विद्यालय प्रबंधन ने दूसरी मंजिल पर कमरा मुहैया कराया लेकिन सर्वशिक्षा मिशन को कमरा भूमितल पर ही चाहिए था. इसके बाद हाई स्कूल की प्राध्यापिका संचिता देबनाथ ने प्राथमिक विद्यालय को दूसरी मंजिल पर ले जाने का आवेदन प्रभारी शिक्षिका से की.
लेकिन वह छोटे बच्चों को दूसरी मंजिल पर ले जाने को सहमत नहीं हुयी. बीते मंगलवार को विद्यालय में एक सामाजिक संस्था की ओर से कोई कार्यक्रम आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम के लिए पूरी तैयारी कर विद्यालय का एक कर्मचारी रजिस्ट्रेशन फॉर्म लाने शिवमंदिर चला गया. प्राथमिक विद्यालय प्रभारी शिक्षिका ने कमरा बंद देखकर बरामदे में ही छात्राओं को बिठाकर पढ़ाना शुरू कर दिया. इसी दिन से विवाद की शुरूआत हो गयी.
प्राथमिक के छोटी बच्चियों को बारामदे में बिठाकर पढ़ाने के खिलाफ बुधवार को अभिभावकों ने विरोध किया. गुरूवार को भी इसके खिलाफ अभिभावकों ने सड़क जाम कर विरोध जताया. जानकारी मिलते ही सिलीगुड़ी थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अभिभावकों को समझा-बुझाकर शांत कराया.
इस संबंध में प्राथमिक की प्रभारी शिक्षिका रेनू गुप्ता ने बताया कि सर्वशिक्षा मिशन को किताब रखने के लिए उपरी मंजिल का कमरा दिया जा सकता है. छोटी बच्चियों को बार-बार सीढ़ी पर चढ़ने-उतरने से समस्या भी हो सकती है.
छात्राओं की बात को ध्यान में रखकर प्राथमिक विभाग नीचे रखने की अपील विद्यालय प्रबंधन से की गयी है. उन्होंने कहा कि प्राथमिक कक्षा कराने में जो समस्या हो रही है, उसी का समाधान विद्यालय प्रबंधन से मांगा गया है. विद्यालय प्रबंधन ने परिचालन कमिटी में विचार-विमर्श कर निष्कर्ष निकालने का आश्वासन जताया है.
इधर, हाई स्कूल की प्राध्यापिका संचिता देबनाथ ने बताया कि सर्वशिक्षा मिशन ने किताब रखने के लिए भूमितल का ही कमरा मांगा है, ताकि उन्हें गाड़ी से किताबे उतारने व चढ़ाने में आसानी हो. आवेदन करने पर भी सर्वशिक्षा मिशन दूसरी मंजिल पर कमरा लेने को तैयार नहीं हुआ.
इसलिए प्राथमिक विभाग को दूसरी मंजिल पर ले जाने का आग्रह प्राथमिक प्रभारी शिक्षिका से किया गया. उपर भी ग्रील आदि लगे हुए हैं, दुर्घटना की कोई संभावना नहीं है.
इस समस्या को लेकर विद्यालय संचालन कमिटी से विचार-विमर्श कर हल निकाला जायेगा. विद्यालय संचालन कमिटी के अध्यक्ष अरूप रतन घोष ने बताया कि सर्वशिक्षा मिशन को कमरा देने व प्राथमिक विभाग को दूसरी मंजिल पर ले जाने का निर्णय लेने से पहले प्राध्यापिका को संचालन कमिटी से विचार-विमर्श करना चाहिए था. अगले सात दिनों में संचालन कमिटी में विचार-विमर्श कर समस्या का हल निकाला जायेगा.