अशांति से जो नुकसान होगा पहाड़ का होगा
Advertisement
मुख्यमंत्री ने किया पहाड़ के लिए विश्वविद्यालय का एलान
अशांति से जो नुकसान होगा पहाड़ का होगा जो समस्या है हमसे कहें, समाधान करेंगे केंद्र सरकार से भीख मांगने की जरूरत नहीं दार्जिलिंग : राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि पहाड़ बंद से बंगाल को जरा भी नुकसान नहीं होगा. दार्जिलिंग बंगाल के एक किनारे में है इसलिए बंद से जो […]
जो समस्या है हमसे कहें, समाधान करेंगे
केंद्र सरकार से भीख मांगने की जरूरत नहीं
दार्जिलिंग : राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि पहाड़ बंद से बंगाल को जरा भी नुकसान नहीं होगा. दार्जिलिंग बंगाल के एक किनारे में है इसलिए बंद से जो नुकसान होगा वह पहाड़ को ही होगा. हम सब बंगाल में रहते हैं और बंगाल हम सब का राज्य है. गोरखाओं की हम बहुत इज्जत करते हैं. दार्जिलिंग आप लोगों का है. यहां शांति बनाये रखें. शांति रहेगी तभी पहाड़ का विकास होगा. मुख्यमंत्री बुधवार को दार्जिलिंग पुलिस द्वारा आयोजित हिमाल तराई डुआर्स स्पोर्ट्स फेस्टिवल के पुरस्कार वितरण समारोह को खुला मंच से बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं.
ममता बनर्जी ने कहा कि दार्जिलिंग में कोई समस्या है या कोई मांग है तो हमारे सामने रखें, हम समाधान कर देंगे. यहां पेयजल की समस्या है, जिसका समाधान करने के लिए बंगाल से ही पैसा आता है. यहां तक कि सभी खाद्य सामग्री भी बंगाल से आती है. दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार और यहां के राजनीतिक दल के बीच जीटीए के दस्तावेज पर समझौता हुआ है. जीटीए का पांच साल का कार्यकाल पूरा होते ही उसे चला रहे लोगों ने इस्तीफा दे दिया. ऐसे में राज्य सरकार चाहे तो जीटीए का संचालन खुद कर सकती थी, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया और गोजमुमो के ही विनय तमांग, अनित थापा आदि को जीटीए संचालन करने दिया है.
सीएम ने किया…
ये लोग अच्छी तरह से जीटीए का संचालन कर रहे हैं और सरकार भी जीटीए को सहयोग कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा : इसे पहले वाम मोर्चा की सरकार थी. उस समय मुख्यमंत्री पहाड़ पर साल में मुश्किल से एक-दो बार आते थे.
परंतु जब से मेरी सरकार है, मैं हर दो-तीन महीने में दार्जिलिंग और कालिम्पोंग आ रही हूं. मेरा यहां आने का मकसद वोट मांगना नहीं है. यहां के तीनों विधायक आप लोगों के हैं. एक सांसद हैं, वह भी आप लोगों का है. लेकिन मैं चाहती हूं कि पहाड़ पर शांति रहे और पहाड़ का विकास हो. दार्जिलिंग का नाम विश्व में है, परंतु दार्जिलिंग को नष्ट किया जा रहा है जो ठीक नहीं है.
उन्होंने कहा : विनय तमांग और अनित थापा ने मुझे बताया कि दीदी हम लोगों ने पहाड़ में विश्वविद्यालय को लेकर केंद्र सरकार से काफी गुहार लगायी, परंतु हमारी मांग को नहीं सुना गया. मैं कहती हूं कि केंद्र सरकार से भीख मत मांगिये, आप लोगों को मैं दूंगी विश्वविद्यालय. उन्होंने यह भी कहा कि फरवरी-मार्च में दार्जिलिंग में बिजेनस मीट किया जायेगा, लेकिन इसके लिए पहाड़ पर शांति-व्यवस्था जरूरी है.
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने हिमाल तराई डुआर्स स्पोर्ट्स फेस्टिवल के विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया. स्वागत भाषण डीजीप सुरजीत कर पुरकायस्थ ने किया. जीटीए प्रशासनिक बोर्ड के चेयरमैन विनय तमांग ने अपने भाषण में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आभार प्रकट किया. कार्यक्रम में शामिल अन्य अतिथियों में जीटीए वाइस चेयरमैन अनित थापा, राज्य के मुख्य सचिव मलय दे, दार्जिलिंग के विधायक अमर सिंह राई, कर्सियांग के विधायक डॉ रोहित शर्मा, कालिम्पोंग की विधायक सरिता राई, मंत्री अरूप विश्वास, दार्जिलिंग की डीएम जयसी दासगुप्त, एसपी अखिलेश चतुर्वेदी आदि उपस्थित थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement