सिलीगुड़ी. विमल गुरुंग के सुरक्षा दस्ते (जीएलपी) की गोली से दार्जिलिंग थाना पुलिस के एक एसआइ अमिताभ मल्लिक के शहीद होने के बाद राज्य सरकार अब गोजमुमो प्रमुख के साथ आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. यही कारण है कि मुठभेड़ की घटना के बाद 24 घंटे से अधिक बीत जाने के बाद भी दार्जिलिंग के तकवर इलाके में स्थित लेप्चा बस्ती से पुलिस नहीं हटी है. शुक्रवार को इस घटना के बाद शनिवार को उस इलाके में और भी अधिक पुलिस बल की तैनाती की गयी है. सीआरपीएफ जवानों को भी मौके पर बुला लिया गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लेप्चा बस्ती तथा उसके आसपास के इलाकों में सीआरपीएफ की दो कंपनिया तैनात की गयी हैं. सीआरपीएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोरखालैंड आंदोलन शुरू होने के बाद से पूरे दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में सीआरपीएफ की कुल 12 कंपनिया तैनात की गयी है. इनमें से दो कंपनियों अल्फा-136 तथा डेल्टा-134 की तैनाती दार्जिलिंग में की गयी है. इन्हीं दोनों कंपनियों को शुक्रवार को लेप्चा बस्ती इलाके में बुला लिया गया. उसके बाद से ही विमल गुरुंग की तलाशी के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू कर दिया गया है. जिला पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, विमल की तलाश में जंगलो की सघन तलाशी शुरू कर दी गयी है. जरूरत पड़ने पर राज्य सरकार हेलीकॉप्टर की भी मदद लेगी.
सूत्रों के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी के मौत से जिला पुलिस में भी काफी गुस्सा है. पुलिस किसी भी कीमत पर विमल गुरुंग को दबोचना चाहती है. दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र से सिक्किम में लगनेवाली सीमा पर भी पुलिस की सख्ती बढ़ा दी गयी है. नेशनल हाइवे-10 पर सिक्किम जानेवाले विभिन्न वाहनों की तलाशी ली जा रही है.
इनके सबके अलावा गोजमुमो के आर्थिक स्रोत को बंद किया जा रहा है. विमल गुरुंग तथा रोशन गिरी सहित कई गोजमुमो नेताओं के बैंक अकाउंट को सीआइडी ने पहले ही फ्रीज कर दिया है. लेकिन इसके बाद भी माना जा रहा है कि विमल गुरुंग के आर्थिक स्रोत को पूर्ण रूप से बंद नहीं किया गया है. अभी भी उन्हें पैसे मिल रहे हैं. सूत्रों के अनुसार दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के साथ ही सिक्किम के भी कुछ व्यवसायियों द्वारा विमल को आर्थिक सहायता की जा रही है.
आर्थिक स्रोत को पूर्ण रूप से बंद करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार ने सीआइडी को दी है. सीआइडी सूत्रों के अनुसार विमल को मदद करने वाले व्यवसायियों की एक सूची बना ली गयी है. सिलीगुड़ी के भी कुछ कारोबारी सीआइडी की निगरानी में हैं. सूत्रों ने बताया कि दार्जिलिंग के दो, कालिम्पोंग के एक, सिक्किम के एक तथा सिलीगुड़ी के कुछ व्यवसायियों पर सीआइडी की निगाहें टिकी हैं. इन व्यवसायियों के एकाउंट को फ्रीज करने की तैयारी की जा रही है.