जानकारी के अनुसार, बालुरघाट से गौड़लिंक प्रत्येक दिन सवा पांच बजे शाम को छूटती है. यह ट्रेन मालदा स्टेशन से गौड़ एक्सप्रेस से जुड़कर कोलकाता प्रस्थान करती है. मालदा से गौड़ एक्सप्रेस के रवाना होने का समय रात के 9.35 बजे है. सिलीगुड़ी इंटरसिटी ट्रेन शाम को बालुरघाट पहुंचकर गौड़लिंक बनकर मालदा रवाना होती है. आम दिनों की तरह शनिवार की शाम सवा पांच बजे गौड़लिंक के बालुरघाट से मालदा के लिये छूटने की बात थी. लेकिन ट्रेन को बुनियादपुर से आने में दो घंटे देर हो गयी. अत्यधिक विलंब होने से यात्रियों ने बुनियादपुर स्टेशन से पता लगाया कि शाम 4.40 बजे गौड़लिंक छूट चुकी थी. बिना कारण के दो घंटे देर से ट्रेन के पहुंचने से कई तरह की आशंकाओं को बल मिल रहा है.
इस संबंध में एकलाखी-बालुरघाट रेलयात्री कल्याण व समाज उन्नयन समिति के चेयरमैन स्मृतिश्वर राय ने बताया कि यह कोई एक-दो दिन की समस्या नहीं है. आये दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती है. निर्धारित समय से कभी दो तो कभी चार घंटे भी यह ट्रेन लेट पहुंचती है. यह ट्रेन कई बार गौड़ एक्सप्रेस से नहीं जुड़ पाती है और यात्रियों को अन्य ट्रेनों से सफर करने जहमत उठानी पड़ती है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह एक तरह से साजिश है जो इस ट्रेन को बंद करने के लिये चल रही है. इससे होगा यह धीरे धीरे इसके यात्री कम हो जायेंगे और उस आधार पर ट्रेन को बंद कर दिया जायेगा. इसी तरह मालदा-बालुरघाट डीएमयू ट्रेन को बंद कर उसे बुनियादपुर से चलाया जा रहा है. बालुरघाट से भी एक ट्रेन को बंद कर दिया गया है. इस संबंध में रेल मंत्री एवं रेलवे बोर्ड से लिखित शिकायत दर्ज कराई गयी है.