कोलकाता.
गत एक मार्च को जादवपुर यूनिवर्सिटी (जेयू) कैंपस में हुई अराजकता की छाया अभी भी कायम है. अब भी कैंपस में अशांति फैलाने की आशंका बनी हुई है. हाइस्कूल यानी कि उच्च माध्यमिक की परीक्षा के बाद इस ””अराजकता”” के खिलाफ कदम उठाये जायेंगे. एक कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने इस तरह के संकेत दिये. उन्होंने कहा : हम जादवपुर विश्वविद्यालय में व्याप्त अराजकता को समाप्त करेंगे. प्रशासन ने उस दिन की घटना को या कुछ गुंडों द्वारा की गयी तोड़फोड़ को हल्के में नहीं लिया है. मैं आपको बस इतना बता सकता हूं. शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उच्च माध्यमिक परीक्षाओं के बाद जेयू परिसर में व्याप्त ””अराजकता”” से दृढ़ता से निबटेगी. इसकी व्यवस्था की गयी है. उन्होंने कहा : हम एचएस परीक्षा के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं और उसके बाद कदम उठायेंगे. परीक्षाएं तीन मार्च से शुरू हुई हैं और 18 मार्च तक चलेंगी. ब्रात्य ने कहा कि इस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा : हम निश्चित रूप से इसे लोकतांत्रिक तरीके से करेंगे. उन्होंने कहा कि इस तरह की अराजकता को सहा नहीं जा सकता है. शिक्षा मंत्री ने कहा : मैं एक बार फिर इन वामपंथी और अति वामपंथी कार्यकर्ताओं को चुनौती देता हूं कि वे भाजपा शासित राज्य में ऐसी अराजकता दिखाने की हिम्मत करके दिखायें. ध्यान रहे, एक मार्च को तृणमूल समर्थक शिक्षक संघ की बैठक में भाग लेने के लिए ब्रात्य बसु के परिसर में आने के बाद से ही जेयू में अशांति का माहौल था. उस दिन मंत्री की कार पर हमला करने के साथ उनको दो घंटे तक घेरा गया था. मंत्री की यह टिप्पणी इंद्रानुज राय की ईमेल शिकायत के आधार पर उनके और अन्य के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किये जाने के एक दिन बाद आयी है, जिन्हें कथित तौर पर मंत्री की कार ने टक्कर मार दी थी. यह पूछे जाने पर कि अराजकता से सख्ती से निबटना क्यों महत्वपूर्ण है, बसु ने कहा : उन छात्रों के लिए परिसर में तनाव को कम करना महत्वपूर्ण है, जो जेयू में पढ़ाई करने आते हैं. न कि किसी भी तरह की राजनीति करने आते हैं. सीसीटीवी कैमरे लगाने के मुद्दे पर भी जेयू में कैंपस में अशांति शुरू हो गयी है. कुलपति का कार्यालय भी फिलहाल बंद है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है