कोलकाता.
कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अधीर चौधरी ने भाजपा शासित राज्यों में बंगाली प्रवासी मजदूरों के उत्पीड़न पर चिंता व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग की है. उन्होंने बुधवार को नयी दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें दो पन्नों का एक पत्र सौंपा. इसमें उन्होंने उल्लेख किया है कि देश के विभिन्न हिस्सों में काम की तलाश में बंगाली मजदूरों को नागरिकता को लेकर लगातार परेशान किया जा रहा है. अधीर ने आरोप लगाया कि बांग्लादेशी होने के संदेह में उन्हें पकड़ा जा रहा है. कई बार तो नागरिकता का प्रमाण दिखाने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होता. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़ और यहां तक कि राजधानी दिल्ली में भी हो रही हैं. पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि कभी पुलिस मजदूरों को हिरासत में ले रही है, तो कभी उन्हें जबरन बांग्लादेश भेजने जैसी गंभीर घटनाएं हो रही हैं. उनका कहना था कि जिस राज्य से राष्ट्रपति आती हैं, वहां भी उत्पीड़न के ऐसे ही आरोप लगे हैं. अधीर ने यह भी कहा कि उन्होंने हरियाणा के पानीपत जाकर मजदूरों से बात की और उनकी असहाय स्थिति देखी. उनके अनुसार ये मजदूर बंगाल समेत देश के विभिन्न राज्यों की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाते हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है. राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद अधीर ने कहा : देश के किसी भी राज्य में काम करने के लिए प्रवासी मजदूरों की स्वतंत्रता और सुरक्षा सुनिश्चित करना जरूरी है. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ने आश्वासन दिया है कि वह इस मामले पर गंभीरता से विचार करेंगी और जरूरी कदम उठायेंगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

