कहा : पार्टी के निर्देशानुसार ही करूंगा काम
बैरकपुर. लंबी जटिलताओं के बाद आखिरकार उत्तर 24 परगना जिले के पानीहाटी नगरपालिका को नया चेयरमैन मिल गया है. मलय राय की जगह अब पार्थ भौमिक के करीबी सोमनाथ दे को इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. पदभार संभालते ही सोमनाथ ने साफ कर दिया कि वह सरकार और पार्टी के निर्देशों के अनुसार ही काम करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने यह भी जता दिया कि वह विपक्ष की आलोचनाओं की कोई परवाह नहीं करते.
पानीहाटी नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन मलय राय को अमरावती मैदान विवाद के चलते अपना पद गंवाना पड़ा. इस विवाद में उन पर मैदान को बेचने की साजिश का आरोप लगा था. इस मुद्दे पर विपक्ष के साथ-साथ स्थानीय लोगों का भी विरोध बढ़ने लगा था. जब मामला गंभीर हुआ, तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद इसमें हस्तक्षेप किया. इसके बाद मंत्री फिरहाद हकीम ने मलय राय को इस्तीफा देने का निर्देश दिया.
सोमवार को बोर्ड बैठक के दौरान सभी पार्षदों की सहमति से मलय राय ने पद छोड़ दिया. इसके बाद शुक्रवार, 21 मार्च को पानीहाटी नगर पालिका के उपाध्यक्ष सुभाष चक्रवर्ती ने एक और बोर्ड बैठक बुलायी. इस बैठक में मलय राय को छोड़कर सभी पार्षद मौजूद थे और सर्वसम्मति से सोमनाथ दे को नया प्रधान चुना गया.
पद संभालने के बाद सोमनाथ दे ने कहा, “मैं पूरी तरह से पार्टी के निर्देशों के तहत काम करूंगा. विपक्ष क्या कहता है, इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है. मेरा काम जनता के लिए बेहतर सेवाएं देना है.” उन्होंने अमरावती मैदान विवाद पर भी अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि “राज्य सरकार जो चाहेगी, वही होगा.”
अमरावती मैदान को सोदपुर का ‘फेफड़ा’ माना जाता है, क्योंकि यह इलाका खुली जगह और हरियाली के लिए जाना जाता है. लेकिन हाल ही में इस मैदान पर आवासीय परियोजना बनाने की योजना की खबरें सामने आयीं थीं, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया. इसी मुद्दे को लेकर मलय राय पर गंभीर आरोप लगे और अंततः उन्हें पद छोड़ना पड़ा था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

