राज्य में चार नवंबर से शुरू हुआ था गणना फॉर्म वितरण और संग्रह का काम
पांच राज्यों और एक यूटी में एसआइआर की समयसीमा बढ़ी
संवाददाता, कोलकाता/नयी दिल्लीराज्य में चार नवंबर से शुरू हुई मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) प्रकिया गुरुवार को संपन्न हो गयी. चुनाव आयोग ने राज्य में एसआइआर के लिए समय सीमा में बढ़ोतरी नहीं की है. आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में शत-प्रतिशत गणना फॉर्म बांटे गये हैं. इसमें से 99.96 फीसदी फॉर्म का डिजिटाइजेशन अब तक हो गया है. तय समय के अनुसार 16 दिसंबर को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की जायेगी. इस दिन मतदाताओं को पता चल जायेगा कि सूची में उनके नाम हैं कि नहीं. ऑनलाइन भी यह सुविधा उपलब्ध रहेगी. साथ ही सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि को ड्राफ्ट लिस्ट की कॉपी दी जायेगी. ऑनलाइन से जानकारी पाने के लिए मतदाता को इलेक्टोरल रोल में डीइओ सीइओ की वेबसाइट पर जाना होगा. सूत्रों के मुताबिक, जिन लोगों के नाम छूट रहे हैं, उनकी जानकारी 16 दिसंबर के बाद पॉलिटिकल पार्टियों को दी जायेगी. जिनके नाम सूची में नहीं होंगे, उन्हें ऑनलाइन फॉर्म- 6 और एनेक्सर- 4 भी भरना होगा. इसके लिए संबंधित व्यक्ति बीएलओ, एसडीओ या डीएम कार्यालय जाना होगा.उधर, निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को पांच राज्यों- तमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और एक यूनियन टेरेटरी (यूटी) अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) की समयसीमा बढ़ा दी. आयोग ने संबंधित मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के अनुरोध पर संशोधित कार्यक्रम जारी किया. तमिलनाडु और गुजरात में एसआइआर 14 दिसंबर, जबकि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और अंडमान-निकोबार में 18 दिसंबर तक चलेगा. उत्तर प्रदेश में यह अवधि 26 दिसंबर तक बढ़ायी गयी है.
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