संवाददाता, कोलकाता
प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने प्रतिबंधित वैश्विक आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएसआइएस) के एक ‘घोर कट्टरपंथी’ मॉड्यूल के खिलाफ आतंकवाद वित्तपोषण से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के तहत गुरुवार को पश्चिम बंगाल समेत चार राज्यों में छापे मारे. इस दिन सुबह से शुरू हुई छापेमारी में पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना व कोलकाता, महाराष्ट्र में ठाणे जिले के पडघा-बोरीवली क्षेत्र के गांवों, रत्नागिरी जिले, नयी दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में लगभग 40 स्थानों पर तलाशी ली गयी. आतंकी समूह आइएसआइएस का यह अड्डा ठाणे के पाडघा गांव में था.
इडी अधिकारियों द्वारा चलाये गये अभियान के दौरान सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) के जवान साथ रहे. इधर, महाराष्ट्र में तलाशी के दौरान इडी की टीमों को राज्य के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा सुरक्षा दी गयी. केंद्रीय एजेंसी ने धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया है. उसने यह कार्रवाई राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) के नवंबर 2023 के उस आरोप-पत्र के आधार पर की है, जिसमें आरोप था कि कुछ व्यक्ति एक ‘घोर कट्टरपंथी’ इस्लामिक स्टेट से जुड़े मॉड्यूल का हिस्सा थे. साथ ही इस संगठन के लिए भर्ती, प्रशिक्षण, हथियार और विस्फोटक जुटाने और अपनी गतिविधियों को जारी रखने के लिए धन एकत्र करने में लगे थे. एनआइए ने इस मामले में कमजोर युवाओं को आइएसआइएस की विचारधारा में शामिल करने और उन्हें कट्टरपंथी बनाने की साजिश रचने तथा आइइडी बनाने के आरोप में 21 लोगों को आरोप-पत्र में सूचीबद्ध किया है. एनआइए के अनुसार, आरोपियों ने ग्रामीण ठाणे के पडघा गांव को ‘अल शाम’ नाम से एक ‘मुक्त क्षेत्र’ घोषित किया था. वे आसानी से प्रभावित होने वाले मुस्लिम युवाओं को अपने निवास स्थान से पडघा में स्थानांतरित होने के लिए प्रेरित कर रहे थे, ताकि वे अपने गुट को मजबूत कर सकें.
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