हल्दिया.
राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विपक्ष ने फिर राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और नंदीग्राम से भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. हाल के दिनों में जिस तरह राज्य के कुछ मेडिकल कॉलेजों से लेकर पांसकुड़ा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल तक महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं सामने आयी हैं, वह चिंता का विषय है. इसी के खिलाफ शुभेंदु अधिकारी ने लोगों से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया है. उन्होंने घोषणा की कि पांसकुड़ा में गुरुवार को महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विरोध रैली निकाली जायेगी. उन्होंने आह्वान किया कि इस रैली में सभी वर्गों के लोगों को शामिल होना चाहिए, ताकि सरकार तक स्पष्ट संदेश पहुंच सके. श्री अधिकारी बुधवार को नंदीग्राम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. रेयापाड़ा ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने ग्रामीण स्वास्थ्य सेविकाओं के कार्यों की सराहना की. मंच से संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया : बंगाल में महिलाओं का कोई सम्मान नहीं है. मेडिकल कॉलेज हो, शिक्षा संस्थान या स्वास्थ्य केंद्र- हर जगह महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं. पांसकुड़ा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की हाल की घटना इसका उदाहरण है, जहां अस्थायी महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है. बंगाल की महिलाओं की सुरक्षा के लिए अब समाज के हर वर्ग को एकजुट होकर विरोध दर्ज कराना होगा.उन्होंने कहा कि राज्यभर में हो रहीं घटनाओं को देखते हुए अब समय आ गया है कि आम लोग आवाज बुलंद करें. शुभेंदु अधिकारी ने सभी को गुरुवार की विरोध रैली में भाग लेने की अपील की.तृणमूल बोली, नेता प्रतिपक्ष के आरोप राजनीति से प्रेरित : इधर, तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है. पार्टी नेताओं का आरोप है कि विपक्ष केवल माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है, जबकि सरकार महिलाओं की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने के लिए लगातार कदम उठा रही है. भाजपा नेता केवल राजनीतिक लाभ लेने के लिए आधारहीन बयान दे रहे हैं.
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