बैरकपुर के एसडीओ को सौंपा अपना त्यागपत्र
प्रतिनिधि, बैरकपुर
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश पर राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने पानीहाटी नगरपालिका के चेयरमैन मलय रॉय को फोन कर इस्तीफा देने का निर्देश दिया था. दो दिनों बाद आखिरकार मलय रॉय ने इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपना त्यागपत्र बैरकपुर के एसडीओ को भेज दिया है. उनका इस्तीफा स्वीकार किया जायेगा या नहीं, इस पर चर्चा तेज हो गयी है.
सूत्रों के मुताबिक, मलय रॉय ने त्यागपत्र में उल्लेख किया है कि वह मुख्यमंत्री के आदेश पर इस्तीफा दे रहे हैं. लेकिन नियमों के मुताबिक इस्तीफा स्वैच्छिक होना चाहिए, जिसका इस्तीफा पत्र में उल्लेख होना चाहिए. जब मलय रॉय से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस्तीफा देने को कहा था, तो उन्होंने यही बात पत्र में लिखी है. अब एसडीओ को नगरपालिका अधिनियम के अनुसार जो करना होगा, करेंगे. उन्होंने कहा कि नगरपालिका के पार्षदों के बीच वोटिंग होगी. चर्चा और अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी. अगर सब कुछ उनके विपरित रहा तो, उन्हें पद से हटना ही पड़ेगा. अगर हर कोई समझ जाए कि यह सब महज अफवाह है, तो मेरे प्रति अविश्वास प्रस्ताव की जगह विश्वास आ जायेगा. तो फिर संभावना है कि इस्तीफा पत्र रुक जाये. इसके बाद सरकार क्या करेगी, यह उस पर निर्भर है.
सीएम के निर्देश के बाद इस्तीफा देने में इतना समय क्यों लगा, इस संबंध में मलय रॉय ने कहा कि समय लगना ही था क्योंकि बहुत सारी बातें थीं. विचार-विमर्श करना था. कागजी काम में बहुत समय लग गया. सात दिन इंतजार करें, सब कुछ साफ हो जायेगा.
मालूम रहे कि हाल ही में पानीहाटी नगरपालिका क्षेत्र स्थित अमरावती मैदान को लेकर मामला तूल पकड़ा था. लगभग 85 बीघा जमीन ‘सोसाइटी फॉर द प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन इन इंडिया’ नामक संस्था के नाम पर थी. आरोप लगा कि मैदान की जमीन बेची जा रही है. उसके जलाशय के हिस्से को पाटने का आरोप नगरपालिका चेयरमैन पर भी लगा था. इसी मामले में चेयरमैन को इस्तीफा देने का निर्देश दिया गया था.
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