साइंस सिटी ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में हुई ताजपोशी
विस चुनाव में तृणमूल की हार तय : शमिक
संवाददाता, कोलकाताभारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य शमिक भट्टाचार्य को गुरुवार को पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई का नया अध्यक्ष आधिकारिक रूप से घोषित किया गया. वह 2026 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करेंगे. शमिक भट्टाचार्य को निर्विरोध चुना गया, क्योंकि बुधवार की समयसीमा तक किसी भी अन्य उम्मीदवार ने इस पद के लिए नामांकन दाखिल नहीं किया था. यहां ‘साइंस सिटी ऑडिटोरियम’ में एक अभिनंदन समारोह के दौरान यह औपचारिक घोषणा की गयी. कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद मौजूद थे. उन्होंने श्री भट्टाचार्य को निर्वाचन का प्रमाणपत्र दिया. इस मौके पर बंगाल के लिए भाजपा के केंद्रीय प्रभारियों में सुनील बंसल, मंगल पांडे, अमित मालवीय के साथ ही केंद्रीय राज्य मंत्री व निवर्तमान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे. प्रदेश के सभी विधायक, सांसद, जिलाध्यक्ष, मोर्चा अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष और हजारों की संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक समारोह में उपस्थित रहे. बाद में श्री भट्टाचार्य ने कहा कि अगले वर्ष राज्य में विधानसभा चुनाव होना है. तृणमूल कांग्रेस की हार निश्चित है. उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता ने भ्रष्ट तृणमूल सरकार के इस कुशासन को अगले विधानसभा चुनावों में समाप्त करने का मन बना लिया है. उन्होंने इस चुनाव को राज्य की संस्कृति और बहुलता को तृणमूल कांग्रेस के ‘भ्रष्ट कुशासन’ से बचाने की लड़ाई बताया. उन्होंने अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को दिये अपने पहले संबोधन में कहा: बंगाल में हमने ऐसी स्थिति से शुरुआत की, जहां यह मान लिया गया था कि हमारा अस्तित्व नहीं है. लेकिन, हमने अपनी विचारधारा से कभी समझौता नहीं किया. आज, इस राज्य की जनता ने हमें एक मुकाम दिया है. श्री भट्टाचार्य ने 2026 के विधानसभा चुनाव को ‘बंगाल की संस्कृति, बहुलता और विरासत की लड़ाई’ बताते हुए आरोप लगाया कि तृणमूल शासन में इन मूल्यों को खतरा है.गाैरतलब है कि शमिक भट्टाचार्य ने बुधवार दोपहर को सॉल्टलेक स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में निवर्तमान अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. श्री भट्टाचार्य ने ऐसे वक्त पर प्रदेश अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला है, जब पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए एक वर्ष से भी कम समय रह गया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं, बल्कि हिंसा और सांप्रदायिकता की राजनीति के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में तृणमूल की विदाई तय है. दुनिया की कोई भी शक्ति तृणमूल को बचा नहीं सकती.
सुकांत मजूमदार ने इस बदलाव को पार्टी की कार्यप्रणाली में एक स्वाभाविक प्रक्रिया बताया. उन्होंने कहा कि यह ‘रिले रेस’ है, जिसमें दौड़ चलती रहती है, लेकिन बैटन संभालने वाले हाथ बदलते रहते हैं. मैंने दिलीप घोष से कमान संभाली थी और आज शमिक दा मुझसे कमान संभाल रहे हैं. हमने 38 प्रतिशत वोट हासिल किये हैं और मुझे उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में हम इसमें सुधार करेंगे और अगले चुनाव में तृणमूल सरकार को सत्ता से बाहर करेंगे. उल्लेखनीय है कि महानगर के साइंस सिटी में गुरुवार को अभिनंदन समारोह का आयोजन हुआ, जिसे ‘शमिक-वरण’ का नाम दिया गया. यह बंगाल भाजपा के इतिहास में अब तक का सबसे भव्य अध्यक्ष स्वागत कार्यक्रम माना जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

