संवाददाता, कोलकाता
राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के जरिए अब तक तैयार की गयी मृतक, स्थानांतरित व अनुपस्थित या लापता मतदाताओं की सूची अलग-अलग राजनीतिक दलों के एजेंट को सौंपी जायेगी. चुनाव आयोग ने 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य चुनाव अधिकारी को यह निर्देश दिया है. बूथ लेवल ऑफिसर्स बीएलए एजेंट के साथ बैठक कर उक्त सूची सौपेंगे. इसके अलावा इसे आयोग की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जायेगा. आयोग ने कहा कि इस मामले में भी बिहार के एसआइआर नियमों का पालन किया जायेगा. निर्वाचन आयोग ने बुधवार को एक अधिसूचना जारी कर मुख्य चुनाव अधिकारी को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट प्रकाशित करने से पहले पहले उक्त सूची राजनीतिक दल के एजेंट को देने का निर्देश दिया है. जिन लोगों ने एक से ज्यादा बार अपना पता बदला है, उन्हें एक जगह लिस्ट से बाहर कर दिया गया है. एक जगह उनके नाम लिस्ट में रखे गये हैं. इसके अलावा जिनके घर तीन या उससे ज्यादा बार बीएलओ ने दौरा कर लौट आये हैं, जिनके नाम नहीं मिले हैं, उनके नाम भी ड्राफ्ट लिस्ट में नहीं होंगे. पश्चिम बंगाल में एसआइआर फॉर्म जमा कर उन्हें इन्फॉर्मेशन कमीशन के पोर्टल पर अपलोड करने या डिजिटाइजेशन का काम लगभग पूरा हो गया है. बुधवार तक के आंकड़ों के मुताबिक मृतक वोटरों की संख्या 24 लाख 14 हजार 750 है. साथ ही 11 लाख 57 हजार 889 लोगों का पता नहीं चल पाया है. स्थानांतरित हुए 19 लाख 89 हजार 914 लोगों के नाम एक जगह से हटाया जा रहा है. फर्जी वोटर के तौर पर एक लाख 35 हजार 627 लोगों की पहचान की गयी है. इसके साथ ही अन्य तालिका में 54 हजार 27 लोग हैं. कुल मिला कर 57 लाख 52 हजार 207 लोगों के नाम मतदाता सूची से बाहर किये गये लोगों की है. इन्फॉर्मेशन कमीशन के पोर्टल पर एन्यूमरेशन फॉर्म अपलोड करने की आखिरी तारीख 11 दिसंबर है. इसके बाद 16 दिसंबर को ड्राफ्ट लिस्ट प्रकाशित की जायेगी. फाइनल वोटर लिस्ट 14 फरवरी, 2026 को प्रकाशित की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

