विहिप ने सिद्दीकुल्ला चौधरी और फिरहाद हकीम के कथित बयानों को बताया भड़काऊ व असंवेदनशील कोलकाता. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने पश्चिम बंगाल प्रशासन से वक्फ कानून से संबंधित विरोध प्रदर्शनों के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में हिंदुओं और उनकी संपत्तियों पर किये जा रहे हमलों को तत्काल रोके जाने की मंगलवार को अपील की तथा पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग की. विहिप ने यह भी कहा कि यदि राज्य में कहीं और ऐसी घटनाएं दोहरायी जाती हैं, तो केंद्र का हस्तक्षेप आवश्यक हो जायेगा. विहिप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) मिलिंद परांडे ने सिलीगुड़ी में पत्रकारों से बात करते हुए राज्य में तृणमूल कांग्रेस के दो मंत्रियों – सिद्दीकुल्ला चौधरी और फिरहाद हकीम – के कथित बयानों की आलोचना की और उन्हें भड़काऊ एवं असंवेदनशील करार दिया. परांडे ने कहा कि मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान इलाके में जिहादी उपद्रवियों के हमले से बचने के लिए बंगाली हिंदुओं का अपने घरों से भागकर पास के मालदा जिले में शरण लेना अतीत में जम्मू-कश्मीर से हुए कश्मीरी पंडितों के पलायन की याद दिलाता है. पश्चिम बंगाल सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वक्फ (संशोधन) कानून विरोधी किसी भी आंदोलन के दौरान सिलीगुड़ी में या राज्य के अन्य स्थानों पर कानून-व्यवस्था खराब न हो. अन्यथा केंद्र सरकार का हस्तक्षेप आवश्यक हो जायेगा. पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम ने टिप्पणी की थी कि मुर्शिदाबाद के कुछ हिस्सों में हिंदुओं पर हमलों की घटनाएं चौंकाने वाली लेकिन छिटपुट हैं. विहिप नेता ने इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह शर्म की बात है और जिले में हिंदुओं की दुर्दशा पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के लापरवाही वाले दृष्टिकोण को दर्शाती है. परांडे ने कहा कि सरकार को ऐसे बयान जारी करने के बजाय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हिंसा रुके, पीड़ितों को सुरक्षा एवं मुआवजा मिले और हमलावरों एवं भड़काने वालों के खिलाफ हिंदुओं पर अत्याचार करने के लिए मामला दर्ज किया जाए. इन टिप्पणियों से पता चलता है कि प्रशासन मूल मुद्दों को हल करने के प्रति गंभीर नहीं है. परांडे ने पश्चिम बंगाल के एक अन्य मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी के इस हालिया बयान को भी भड़काऊ करार दिया कि वक्फ कानून का विरोध अन्य जिलों में और फिर कोलकाता में फैलेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है