एमएसएमई निर्यात संवर्धन परिषद की अध्ययन रिपोर्ट में किया गया दावा याेजनाएं पूरी होने पर 75 हजार से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर कोलकाता. राज्य में एमएसएमई सेक्टर तेजी से विकास कर रहा है. पिछले चार वर्षों में इस क्षेत्र में कुल 1.23 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है. ऐसी ही जानकारी एमएसएमई निर्यात संवर्धन परिषद की ओर से जारी अध्ययन रिपोर्ट में दी गयी है. एमएसएमई निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा किये गये एक अध्ययन के अनुसार, बंगाल ने वर्ष 2021-22 से 2024-25 के बीच लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल वर्तमान में आइटी, विनिर्माण और बुनियादी ढांचे में गतिशील विस्तार द्वारा संचालित एक परिवर्तनकारी विकास पथ पर अग्रसर है और इसके सकल घरेलू उत्पाद में 2024-25 में लगभग 10.5 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है, जो राष्ट्रीय औसत 7.3 प्रतिशत से काफी अधिक है. निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा किये गये अध्ययन में कहा गया है कि राज्य ने वित्त वर्ष 2021-22 से 2024-25 के दौरान 1,23,385 करोड़ रुपये मूल्य की नयी निवेश परियोजनाओं की सफलतापूर्वक घोषणा की है. अध्ययन में उम्मीद जतायी गयी है कि निवेश परियोजनाओं के लागू होने के बाद, 75,000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे. यह अध्ययन एमएसएमई ईपीसी के अध्यक्ष डीएस रावत द्वारा जारी किया गया. उन्होंने बताया कि निवेश के आंकड़े भारतीय अर्थव्यवस्था निगरानी केंद्र (सीएमआइई) से प्राप्त किये गये हैं. इस अवधि के दौरान 42,440 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाएं पूरी हुईं, 23,260 करोड़ रुपये की पुनर्जीवित परियोजनाएं और करीब 3,99,583 करोड़ रुपये की योजनाओं के क्रियान्वयन पर विभिन्न चरणों में कार्य चल रहा है. बताया गया है कि विनिर्माण क्षेत्र में लगभग 7.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और समग्र उद्योग क्षेत्र में 7.3 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी है, दोनों ही राष्ट्रीय मानकों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं.
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