कोलकाता. महानगर में इन दिनों कई वार्डों से इमारतों के झुकने की खबरें सामने आ रही हैं. इससे कोलकाता नगर निगम के बिल्डिंग विभाग की टेंशन बढ़ गयी है. इस बीच मेयर फिरहाद हकीम ने शनिवार को निगम मुख्यालय में बिल्डिंग विभाग के इंजीनियरों के साथ बैठक की. कोलकाता के किसी भी वार्ड में अवैध निर्माण ना हो, इसके लिए मेयर ने सहायक और कार्यकारी अभियंताओं को कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये. बैठक में निगम आयुक्त धवल जैन व बिल्डिंग विभाग के डायरेक्टर जनरल (डीजी) उज्ज्वल सरकार भी शामिल थे. मेयर ने निगम इंजीनियरों के कामकाज की सराहना करते हुए कहा कि गार्डेनरीच की घटना के बाद कोलकाता के किसी भी वार्ड में पिछले चार महीने में अवैध निर्माण नहीं हुआ है. बेहतर काम करनेवाले इंजीनियरों को निगम की ओर से सम्मानित किया जायेगा. बोरो 8 और 15 में अवैध निर्माण रोकने के लिए निगम इंजीनियरों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. वहीं, बैठक के बाद मेयर ने संवाददाताओं को बताया कि इंजीनियरों का मनोबल बढ़ाने के लिए यह बैठक बुलायी गयी थी. अवैध निर्माण पर नकेल कसने के लिए एक रोस्टर और ऐप तैयार किये गये हैं. निगम के वार्ड स्तर के इंजीनियर निरीक्षण के बाद ऐप पर जानकारियां साझा करते हैं, जिसकी सीधी जानकारी बिल्डिंग विभाग के डीजी को मिलती रहती है. इस कारण अवैध निर्माण पर काफी हद तक लगाम लगी है. फिरहाद ने कहा कि गार्डेनरीच में एक अवैध इमारत के ढहने के बाद उन्होंने खुद निगम इंजीनियरों के कामकाज पर नाराजगी जतायी थी. पर अब वह उन्हीं इंजीनियरों के कार्यों की सराहना भी कर रहे हैं. मेयर ने कोलकाता में बिल्डिंग तोड़ने के बाद एकत्रित मलबे को निगम के सी एंड डी प्लांट तक रिसाइकल के लिए भेजने का सुझाव दिया. क्योंकि इस मलबे का इस्तेमाल कर कोलकाता में तालाबों को पाटा जाता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है