व्हिप जारी होने के बाद भी अनुपस्थित रहने वाले विधायकों पर गिर सकती है गाज
50 विधायक थे अनुपस्थित
संवाददाता, कोलकाता.
तृणमूल संसदीय दल ने विधानसभा के हाल ही में संपन्न हुए विस्तारित बजट सत्र के अंतिम दो दिनों में विधायकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए व्हिप जारी किया था. बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में पार्टी के विधायकों के सामने व्हिप रखा गया है, लेकिन गुरुवार को पार्टी के एक बड़े वर्ग ने इसे स्वीकार नहीं किया. ऐसे में तृणमूल अनुशासन समिति अब सोमवार को विधानसभा में विधायकों की अनुपस्थिति को लेकर सख्त कार्रवाई करने के लिए बैठक करेगी. विधानसभा सूत्रों के अनुसार अनुशासन समिति के दो सदस्यों की बैठक सोमवार को होगी. इनमें से एक हैं लोक व्यवस्था अनुरक्षण समिति के अध्यक्ष और संसदीय कार्यमंत्री शोभनदेब चट्टोपाध्याय और दूसरे विधानसभा में तृणमूल विधायक दल के मुख्य संयोजक निर्मल घोष हैं. माना जा रहा है कि इस बैठक में अनुपस्थित तृणमूल विधायकों के भाग्य का फैसला हो सकता है.
ज्ञात हो कि, तृणमूल कांग्रेस ने अपने विधायकों को विधानसभा के विस्तारित बजट सत्र के अंतिम दो दिन यानी 19 और 20 मार्च को सत्र के आरंभ से अंत तक उपस्थित रहने का निर्देश दिया था. इस तरह के व्हिप संसद या विधानसभा में विभिन्न पार्टियों की ओर से विधायकों को उपस्थित रहने का आदेश देने के लिए जारी किये जाते हैं. विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस की ओर से जारी व्हिप के तहत अनुपस्थित रहने पर रोक लगायी गयी थी और कहा गया था कि यदि कोई विधायक अपनी अनुपस्थिति का संतोषजनक कारण बताये बिना इस व्हिप का उल्लंघन करता है, तो उसकी सदस्यता रद्द हो सकती है.
बता दें कि विस्तारित सत्र के अंतिम दो दिनों में वित्त विधेयक पारित होने और विपक्षी भाजपा विधायकों की अत्यधिक सक्रियता की आशंका के कारण व्हिप जारी किया गया था. लेकिन पार्टी विधायकों के एक वर्ग ने इस व्हिप की अनदेखी की. विधानसभा सचिवालय के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सदन में आगमन की खबर के बाद व्हिप जारी होने के पहले दिन 212 से अधिक तृणमूल विधायक विधानसभा सत्र में भाग लेने पहुंचे थे. लेकिन बजट सत्र के आखिरी दिन 50 से अधिक विधायकों ने अनुपस्थित रहकर पार्टी व्हिप की अवहेलना की है. इस संबंध में विधानसभा में तृणमूल के मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने कहा कि उनके कार्यालय से अनुपस्थित विधायकों की सूची तैयार कर ली गयी है. इस पर चर्चा के लिए विधानसभा की अनुशासन समिति सोमवार को बैठक करेगी. अनुपस्थित विधायकों के बारे में लिये गये निर्णय की जानकारी समिति की बैठक के बाद ही संबंधित विधायकों को दी जायेगी. तृणमूल अनुशासन समिति यह स्पष्ट करने की कोशिश कर रही है कि पार्टी ने विधायकों द्वारा व्हिप का उल्लंघन करने भारी पड़ सकता है. ऐसे विधायकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है.
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