मेयर ने मामले में कानूनी सलाह लेने की बात कही
कोलकाता. कोलकाता नगर निगम के तृणमूल पार्षदों ने वाममोर्चा द्वारा निर्मित दो प्रमुख सभागारों- निरंजन सदन और कलोतान को निगम के अधीन लेने की मांग की है. शुक्रवार को निगम के मासिक अधिवेशन में यह मुद्दा उठाया गया. 95 नंबर वार्ड के पार्षद तपन दासगुप्ता ने प्रस्ताव रखा, जिसका समर्थन 96 नंबर वार्ड की पार्षद वसुंधरा गोस्वामी और 98 नंबर वार्ड के पार्षद अरूप चक्रवर्ती ने किया. पार्षदों ने निरंजन सदन की जर्जर हालत पर चिंता जताते हुए तत्काल अधिग्रहण और पिछले वर्षों के आय-व्यय खातों की जांच की मांग की. निरंजन सदन का संचालन माकपा समर्थित निरंजन सेन मेमोरियल ट्रस्ट करता है, जिसमें माकपा के पूर्व विधायक सुजन चक्रवर्ती और कोलकाता के पूर्व मेयर विकास रंजन भट्टाचार्य ट्रस्टी बोर्ड में शामिल हैं. पार्षदों ने आरोप लगाया कि बोर्ड केवल चुनाव कराता है, जबकि सभागार की स्थिति लगातार खराब हो रही है. इस पर मेयर ने जवाब देते हुए कहा कि इन हॉलों का अधिग्रहण करने के लिए कानूनी सलाह ली जायेगी. उन्होंने जोर दिया कि आमलोगों के पैसे से किसी भी ट्रस्ट को नहीं चलाया जा सकता और सरकारी जमीन पर बने इन हॉलों की खराब स्थिति को देखते हुए कानूनी राय लेना आवश्यक है. मेयर ने सीधे अधिग्रहण की बात नहीं कही, लेकिन संकेत दिया कि इस मामले में आगे की कार्रवाई कानूनी सलाह पर निर्भर करेगी.
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