कोलकाता.
सांसद व तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सीमावर्ती जिलों में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की भाजपा की कोशिश की आशंका जतायी है. इस बाबत उन्होंने उन इलाकों में तृणमूल नेताओं व कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने का निर्देश दिया.सांगठनिक बैठक और मुख्य निर्देशश्री बनर्जी ने गत मंगलवार को बशीरहाट और जादवपुर-डायमंड हार्बर सांगठनिक जिलों के नेताओं के साथ महानगर के कैमक स्ट्रीट स्थित अपने कार्यालय में बैठक की थी. सूत्रों के अनुसार, बैठक में बनर्जी ने कहा कि भाजपा विशेष समुदाय को टारगेट करके सीमावर्ती इलाकों में अशांति फैलाने की कोशिश कर सकती है. यह आशंका के तहत उन्होंने पार्टी के सभी स्तर के कार्यकर्ताओं से कहा कि किसी भी तरह से गेरुआ शिविर के जाल में न फंसें. बनर्जी ने यह भी कहा था कि बशीरहाट और संदेशखाली में पहले भी लोकसभा चुनाव के दौरान सांप्रदायिक उकसावे और महिलाओं के अपमान के झूठे आरोपों के जरिये भाजपा ने बंगाल को बदनाम करने की कोशिश की थी.
विधानसभा चुनाव और जनसंपर्क पर फोकस : अगले वर्ष राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भी इसी तरह की हरकत की जा सकती है. इसलिए पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं को सतर्क रहकर जनसंपर्क बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. बनर्जी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र डायमंड हार्बर में भी पार्टी नेताओं को सतर्क रहने और जनसंपर्क बढ़ाने के निर्देश दिये हैं.बड़े रैलियों के बजाय छोटे-छोटे कार्यक्रमों में राज्य सरकार की सामाजिक योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने और प्रचारित करने का निर्णय लिया गया है. दोनों सांगठनिक जिलों में नये टाउन और ब्लॉक अध्यक्षों के प्रस्तावित नामों की सूची पार्टी ने संकलित की है, जबकि अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी.
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