अब हर चिकित्सक को नियमित 100 मरीजों का करना होगा इलाज
प्रत्येक मेडिकल कॉलेज से कम से कम नौ चिकित्सकों को जोड़ने का निर्देशकोलकाता. राज्य में मरीजों की बेहतर चिकित्सा के लिए टेलीमेडिसिन सेवा दी जा रही. अब इस सेवा के विस्तार पर जोर दिया जा रहा है. वर्तमान में राज्य के 18 मेडिकल कॉलेजों के जरिए टेलीमेडिसिन हब तैयार किया गया है. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने टेलीमेडिसिन सेवा का विस्तार करने के लिए 19 मेडिकल कॉलेजों के साथ आठ नये अस्पतालों को टेलीमेडिसिन से जोड़ा है. ऐसे में परिसेवा का विस्तार करते हुए राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से निर्देश दिया गया है कि अब उक्त मेडिकल कॉलेज के 10 डॉक्टरों को लॉगइन करते हुए टेलीमेडिसिन से प्रतिदिन जुड़ना होगा. वहीं ऐसे सभी डॉक्टरों से नियिमित 100 रोगियों को परामर्श दिये जाने का अनुरोध किया गया है. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक निर्देश जारी किया गया है. साथ ही इस निर्देशिका में बताया गया है कि वर्तमान में 10 हजार से अधिक टेलीमेडिसिन सेंटर हैं, जो प्राइमरी हेल्थ सेंटर अर्बन प्राइमरी हेल्थ सेंटर में स्थित हैं. जहां मरीजों को टेलिमेडिसिन सेवा उपलब्ध करायी जाती है. अब विभाग ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में टेलीमेडिसिन परामर्श की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, प्रत्येक मेडिकल कॉलेजों के कम से कम नौ डॉक्टरों को जुड़ने को कहा गया है. वहीं, प्रत्येक डॉक्टर द्वारा स्वास्थ्य इंगिट पोर्टल पर नियमित रूप से 100 परामर्श सुनिश्चित किये जाने का भी निर्देश दिया गया है.टेलीमेडिसिन को लेकर 14 को वर्चुअल बैठक
राज्य के स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में स्वास्थ्य सेवा निदेशक एवं विशेष सचिव की उपस्थिति में 14 अगस्त गुरुवार को अपराह्न 12.30 बजे एक वर्चुअल बैठक आयोजित की जायेगी, जिसमें मेडिकल कॉलेजों में टेलीमेडिसिन सेवाओं (समर्पित टेलीमेडिसिन हब और अन्य सुपर स्पेशियलिटी टेली परामर्श आदि) के क्षेत्र में मेडिकल कॉलेजों के प्रदर्शन की समीक्षा की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

