मुझे हिंदू होने का किसी को सर्टिफिकेट नहीं दिखाना है
हावड़ा : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को बेलूड़ मठ में कार्यक्रम के दौरान कहा कि वह शिकागो (अमेरिका) जाना चाहती थीं, लेकिन साजिश के तहत उन्हें वहां जाने से रोक दिया गया. उनके शिकागो दौरे को लेकर कुछ लोगों ने आपत्ति जतायी थी, जिसका उन्हें काफी दुख है.
गौरतलब है कि मंगलवार को शिकागो में स्वामी विवेकानंद के भाषण की 125 वीं वर्षगांठ के अवसर पर रामकृष्ण मिशन और बेलूड़ मठ में विशेष कार्यक्रम आयोजित किये गये. बेलूड़ मठ में कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहीं. मुख्यमंत्री शाम करीब 4.30 बजे बेलूड़ मठ पहुंचीं. मठ पहुंचकर मुख्यमंत्री विवेकानंद आवास गृह गयीं.
मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि वह शिकागो जाना चाहती थीं, लेकिन उन्हें साजिश के तहत जाने नहीं दिया गया. साथ ही उन्होंने केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि कई लोग उनके हिंदू होने पर सवाल उठाते हैं. लेकिन किसी को अपना हिंदुत्व का सर्टिफिकेट दिखाना नहीं चाहतीं. उनका जन्म हिंदू परिवार में हुआ है और वह हिंदू धर्म का तहेदिल से सम्मान करती हैं. लेकिन साथ ही वह अन्य सभी धर्मों का सम्मान करती हैं. हिंदू होने का यह मतलब नहीं कि हम अन्य धर्म व जाति के लोगों का अपमान करें. मुख्यमंत्री ने कहा वह कि सर्व धर्म समान पर विश्वास करती हैं.
छात्र स्वामी जी के बताये रास्ते पर चलें: मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद विद्यार्थियों का स्वामी विवेकानंद के पद चिह्नों पर चलने की अपील की.
ममता ने कहा कि स्वामीजी ने मानवता के धर्म को बढ़ावा दिया था और मैं उनके बताये हुए मानवता धर्म का ही पालन करती हूं. इस दौरान उनके साथ ब्रिटिश उच्चायोग के डिप्टी कमिश्नर ब्रुश ब्रुकलिन, बेलूड़ मठ के महाराज स्वामी स्मरणानंदजी, महाराज सुविरानंदजी, सांसद प्रसून बनर्जी, बाली की विधायक वैशाली डालमिया मौजूद थीं.