कोलकाता : कभी ममता बनर्जी के खासमखास रहे भाजपा नेता मुकुल राय का कहना है कि वह ममता के रग-रग से वाकिफ हैं. वह अच्छी तरह से जानते हैं कि ममता बनर्जी आंदोलन के नाम पर केवल नौटंकी करती हैं. एनआरसी को लेकर भी ममता बनर्जी आंदोलन के नाम पर नाटक ही कर रही हैं.
इसके पहले थाना में घुस जाना, ओसी के चेयर पर जबरन बैठना और ओसी के मुंह पर कालिख पोत देने के अलावा आंदोलन के नाम पर फांसी लगाने जैसी नौटंकी दिखा चुकी ममता अब असम का मामला लेकर बंगाली लोगों की हिमायती बनने की नौटंकी कर रही हैं. वह आज जिसका विरोध कर रही हैं, वह काम तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रहा है. 1985 में जब असम समझौता हुआ था उस वक्त प्रधानमंत्री राहुल गांधी थे और उनकी सहयोगी ममता बनर्जी थीं.
उस वक्त उन्होंने इस समझौते पर रजामंदी दिखाई थी. कांग्रेस के पास वह साहस नहीं था कि वह लागू करे. हालांकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर साहस दिखाते हुए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर कदम उठाया तो ममता बनर्जी विरोध कर रही है. उनका यह विरोध नौटंकी ही है. जिसको करने में वह माहिर हैं. भाजपा की ओर से मैं यह दावा करता हूं कि असम से एक भी बंगाली को भगाया या निकाला नहीं जायेगा.