दुर्गापुर.
दुर्गापुर थाने की पुलिस ने विभिन्न व्यापारियों से करोड़ों रुपयों की ठगी के आरोप में दुर्गापुर नगर निगम के तृणमूल कांग्रेस के पूर्व पार्षद मानस राय और उनके बेटे अभ्रनील को गिरफ्तार कर लिया गया. बुधवार को दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश करने पर दोनों आरोपियों को दो दिनों की पुलिस रिमांड में हवालात भेज दिया गया. आरोपियों के खिलाफ दुर्गापुर थाना में केस नंबर 66/25 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 319(2)/ 318 ( 4)/316(2 )/338 /336(2)/ 351 (2)/ 315 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपी मानस राय निगम के वार्ड 32 के पूर्व पार्षद रह चुके हैं.कैसे ठगी करते थे पिता-पुत्र
पूर्व पार्षद मानस राय अपने पुत्र के साथ मिल कर तृणमूल कांग्रेस का पार्षद होने एवं बड़े नेताओं से परिचय होने की बात कह कर बड़े व्यापारियों से संपर्क साधते थे. उसके बाद लोन पर महंगी कार खरीद कर उसे दूसरे लोगों को बेच देते थे. बड़े नेताओं को गिफ्ट करने के नाम पर शोरूम से महंगे मोबाइल फोन भी खरीदते थे. कंप्यूटर स्कूल खोलने के नाम पर दर्जनों लैपटॉप खरीद कर लिये जाते और इन सबका भुगतान चेक के जरिए किया करते थे. लेकिन सभी चेक बाउंस हो जा रहे थे. इस तरह बेटे के साथ मिल कर मानस राय ने बीते दो वर्षों से शहर के कई व्यवसायियों को करोड़ों का चूना लगा दिया था. ठगा महसूस करने पर कुछ व्यापारियों ने पूर्व पार्षद के खिलाफ दुर्गापुर थाने में शिकायत की. फिर पुलिस जांच में जुट गयी. पुलिस सूत्रों की मानें, तो महंगे समान के नाम पर ठगी के साथ नौकरी दिलाने के बहाने मानस राय ने कई लोगों से लाखों रुपये ले लिये. इसकी भी शिकायत पीड़ितों ने थाने में की है.
एक मंत्री व सांसद को गिफ्ट देने के नाम पर करीब दो लाख रुपये के मोबाइल फोन की ठगी के शिकायतकर्ता बेनाचिटी बाजार के मोबाइल विक्रेता मनोज साव का आरोप है कि दो माह पहले मानस राय अपने पुत्र के साथ उनकी दुकान में आये थे एवं दुर्गापुर के एक सांसद एवं कोलकाता के बड़े मंत्री को मोबाइल गिफ्ट देने के नाम पर दो सेलफोन खरीदने की इच्छा जतायी थी. उनके झांसे में आकर दुकानदार ने एक लाख 91 हजार 500 रुपये के दो मोबाइल हैंडसेट उन्हें दे दिये थे. उसके लिए उन्होंने चेक के जरिए पेमेंट किया था. अगले दिन बैंक जाने पर चेक बाउंस हो गया. इसकी खबर देने पर उन्होंने एनइएफटी के जरिए भुगतान करने की बात कह पेमेंट का स्कीनशॉट भेजा. दो दिन बाद अकाउंट में रुपये जमा नहीं होने पर बैंक गया, तो पता चला कि मानस राय का खाता बंद है. उसके बाद मानस राय रुपये का भुगतान करने का बस भरोसा दे रहे थे. अंत में मानस राय व उनके पुत्र के खिलाफ गत 11 जनवरी को दुर्गापुर थाने में शिकायत की गयी थी.चौपहिया वाहन विक्रेता को भी बनाया था शिकार
मानस राय एवं उसके पुत्र के खिलाफ एक और ठगी का मामला पुराने वाहन विक्रेता सूरज प्रकाश भल्ला ने दर्ज कराई . श्री भल्ला ने बताया कि 8 महीना पहले मानस अपने पुत्र के साथ आया था एवं लोन पर ली गई एक महंगी कार ( टीआगो) दिखाकर उसे बेचने की इच्छा जाहिर की.इसके लिए उसने नकली एनओसी पेपर दिखाकर लोन पूरा होने का दावा किया था.उसकी बातों में आकर चार लाख चालीस हजार रूपया मैने मानस राय के अकाउंट में भेज दिया. कुछ दिन बाद वाहन का नाम ट्रांसफर के समय टाटा मोटर्स में जाकर पूछताछ की तो पता चला कि मानस राय का कार का लोन राशि अब भी बाकी है. मानस राय से पूछने पर उसने दो चेक दिया लेकिन दोनों चेक बाउंस हो गए. मानस राय इस तरह से कई शोरूम एवं वाहन डीलरो के साथ ठगी की है.
पूर्व पार्षद की गिरफ्तारी पर तृणमूल को भाजपा ने घेरा
तृणमूल के पूर्व पार्षद एवं उसके पुत्र की गिरफ़्तारी को लेकर भाजपा तृणमूल के खिलाफ जमकर बयान बजी करते हुए पुलिस उपायुक्त पर तृणमूल का सहयोग करने का आरोप लगाया. भाजपा विधायक लखन घुरई ने कहा कि पूर्व पार्षद की करतूत जग जाहिर हो चुकी है. तृणमूल कांग्रेस के बड़े बड़े नेता अब कहा चले गए.वहीं पुलिस उपायुक्त द्वारा मानस राय की गिरफ्तारी पर दिया गया ब्यान लज्जित के समान है. पुलिस तृणमूल के ब्लॉक अध्यक्ष की भूमिका की पालन करने में जुटी है. इस बारे में प्रमुख कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती ने कहा कि मनोज राय काफी समय से अनैतिक कार्यों के साथ जुड़े थे प्रशासन अपना काम कर रही है राज्य की मुख्यमंत्री अनैतिक कार्यों का कभी समर्थन नहीं करती है अन्याय करने वालों को सजा मिलनी चाहिए.
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