बिना रजिस्ट्रेशन के ई-रिक्शा और टोटो को पकड़ कर पुलिस कर रही है अंदर, कागजात बनते ही किया जायेगा मुक्त टोटो सारे हैं अवैध, इन्हें भी लास्ट माइल कनेक्टिविटी के तौर पर सरकार ने दी है रजिस्ट्रेशन की छूट 2940 रुपये लगेंगे दो साल के आसनसोल. जिला के सड़कों पर बिना रजिस्ट्रेशन के ई-रिक्शा और टोटो के चलने पर पुलिस प्रशासन की कार्रवाई तेज हो गयी है. पिछले कुछ दिनों से बिना रजिस्ट्रेशन वाले टोटो और ई-रिक्शा को पुलिस पकड़कर जब्त कर ले रही है. वाहन चालकों को कहा जा रहा है कि रजिस्ट्रेशन करवाइए और अपनी गाड़ी लेकर जाइये. प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार जिला में 20 हजार से अधिक टोटो और ई-रिक्शा सड़कों पर दौड़ रहे हैं. टोटो सारे अवैध है और ई-रिक्शा वैध है. 90 फीसदी वैध ई-रिक्शा भी बिना रजिस्ट्रेशन के सड़कों पर चल रहे हैं. पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक) पीवीजी सतीश ने बताया कि टोटो को भी सरकार ने लास्ट माइल कनेक्टिविटी (पिछड़े इलाकों में चलने) के तौर पर रजिस्ट्रेशन करवाने की छूट दी है. इन्हें टेम्पोररी टोटो आइडेंटिफिकेशन नंबर मिलेगा, इसके लिए पोर्टल पर आवेदन करना होगा. ई-रिक्शा के लिए वाहन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है. इन वाहनों के रजिस्ट्रेशन हो जाने से इन्हें रुट भी मिल जायेगा, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त हो जायेगी. गौरतलब है कि तीन पहिया वाहनों (टोटो, ऑटो और ई-रिक्शा) को लेकर जिला में वर्षों से समस्या पड़ी हुई है, जिसका कोई ठोस समाधान नहीं हो पा रहा है. इसकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है, जिससे समस्या सुलझने के बजाय और भी ज्यादा उलझ जा रही है. अवैध टोटो की बिक्री भी धड़ल्ले से चल रही. कुछ एक के खिलाफ कार्रवाई जरूर हुई है, लेकिन अंकुश नहीं लगा है. जिससे बाजार में आज भी अवैध टोटो बिक रहा है. प्रशासन ने अब इसे एक सिस्टम में लाने का प्रयास किया है, जिसे लेकर कार्रवाई से वाहन चालकों के खलबली मची हुई है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

