बांकुड़ा.
हायर सेकेंडरी परीक्षा में जंगलों से होकर जाने वाले परीक्षार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किये हैं. वन विभाग द्वारा परीक्षार्थियों को विशेष वाहनों के जरिए परीक्षा केंद्र तक लाने और वापस घर पहुंचाने की व्यवस्था की गई है, जिससे वे तनावमुक्त नजर आये. जंगलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी बांकुड़ा के बरजोड़ा ब्लॉक के पाबया, डाकायसिनी, कालपाइनी, खांडारी और फुलबेरिया सहित कई गांव घने जंगलों के बीच स्थित हैं. इन गांवों के परीक्षार्थियों को गदारडीही, बेलियाटोर और छांदार स्थित परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए जंगलों से होकर गुजरना पड़ता है. इन जंगलों में 68 हाथियों की मौजूदगी के कारण किसी भी समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. एक तरफ परीक्षा का तनाव और दूसरी ओर हाथियों का डर परीक्षार्थियों के लिए चुनौती बन गयी थी.वन विभाग व प्रशासन का सहयोग
हालांकि, वन विभाग, पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन ने परीक्षार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक इंतजाम किये हैं. जंगलों में पुलिस और वनकर्मियों को तैनात किया गया है. परीक्षार्थियों को विशेष वाहनों से सुरक्षित परीक्षा केंद्र तक लाया और वापस घर पहुंचाया जा रहा है. इससे न केवल परीक्षार्थियों की चिंता कम हुई है बल्कि अभिभावकों ने भी राहत की सांस ली है.प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की पहल
सिर्फ हाथी प्रभावित इलाकों में ही नहीं, बल्कि अन्य जगहों पर भी प्रशासन ने परीक्षार्थियों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है. कई स्थानों पर पुलिस ने चौराहों पर पानी की बोतलें और पेन वितरित कर परीक्षार्थियों का उत्साह बढ़ाया. कई जनप्रतिनिधि भी परीक्षा केंद्रों के बाहर खड़े होकर छात्रों का हौसला बढ़ाते नजर आये.जिले में 82 परीक्षा केंद्र, 19,272 परीक्षार्थी
इस वर्ष बांकुड़ा जिले में कुल 82 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं, जहां 19,272 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं. परीक्षार्थी टिंकू मंडल और रानी सिंह का कहना है कि वन विभाग द्वारा परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराये जाने से उन्हें राहत मिली है और वे बिना किसी डर के परीक्षा दे पा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है