पानागढ़ : एक ओर जहां पूरे देश में औद्योगिक मंदी का असर है. वहीं, पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्दवान जिले में शराब की बिक्री ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. विभिन्न संस्था सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सितंबर माह में इंडियन मेड फॉरेन लिकर (आईएमएफएल) का कहना है कि राज्य के विभिन्न जिलों में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष बिक्री कम हुई है. जबकि पूर्व बर्दवान जिले में ही दुर्गा पूजा तथा विभिन्न त्योहारों के दौरान शराब की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री हुई है.
बताया जाता है कि 150 करोड़ रुपए की बिक्री पूर्व बर्दवान जिले में हुई है. आबकारी विभाग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विभाग का कार्यालय खुलने के बाद से एक माह में यह बिक्री हुई है. आबकारी विभाग के जिला अधीक्षक तपन कुमार माईती ने बताया कि इस वर्ष त्योहारों के दौरान कंट्री स्पीड 17% तथा फॉरेन लिकर 20% की वृद्धि के साथ रिकॉर्ड किया है. वहीं, बीयर की बिक्री 55% करीब हुई है. विभाग के कर्मियों ने बताया कि इस वर्ष उन लोगों की चिंता काफी बढ़ गई थी.
इस वर्ष शराब का बाजार कैसा होगा, क्योंकि गत वर्ष एक सौ करोड़ रुपए का ही बाजार हो पाया था. इस वर्ष के प्रथम नये वर्ष के आगमन पर ही 117 करोड़ की शराब की बिक्री हुई थी. आबकारी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गत वर्ष कंट्री स्पीड की बिक्री प्रायः 36 करोड़ रूपये के आस-पास हुई थी. जबकि फॉरेन लिकर की बिक्री 47 करोड़ रूपये थी. गौरतलब है कि शांतिपुर विषाक्त शराब कांड की घटना के बाद पुलिस तथा आबकारी विभाग ने जिले तथा आसपास के जिले में विशेष अभियान चलाया था तथा घरेलू शराब के खिलाफ इस अभियान का व्यापक असर पड़ा.
विषाक्त शराब पीने से ग्रामीणों की हुई मौत की घटना को लेकर चले इस अभियान के बाद से काफी धरपकड़ किया गया. नतीजा लाइसेंस धारी शराब विक्रेताओं की बिक्री और बढ़ गयी. संबंधित विभाग के अधिकारियों का कहना है कि चुंकी इस वर्ष पूजा के समय तीब्र रूप से गरमी थी, जिसके कारण बीयर की बेतहाशा वृद्धि हुई है. संबंधित विभाग को आशा है कि अभी दिसंबर माह में बड़ा दिन बाकी है. इस माह के अंत तक शराब कि जिले में वृद्धि और हो सकती है.