बर्दवान : जमालपुर थाना अंतर्गत दो पंचायतों में सौ दिन रोजगार योजना (मनरेगा) में लाखों रुपये की हेराफेरी की शिकायत मिली है. आरोप है कि बड़ी राशि निजी एकाउंट में ट्रांसफर की गई है. राज्य सरकार के स्तर से हुई ऑडिट में यह खुलासा हुआ है. पंचायत के स्तर से कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया […]
बर्दवान : जमालपुर थाना अंतर्गत दो पंचायतों में सौ दिन रोजगार योजना (मनरेगा) में लाखों रुपये की हेराफेरी की शिकायत मिली है. आरोप है कि बड़ी राशि निजी एकाउंट में ट्रांसफर की गई है. राज्य सरकार के स्तर से हुई ऑडिट में यह खुलासा हुआ है. पंचायत के स्तर से कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है.
आझापुर पंचायत के प्रधान अशोक कुमार घोष और जमालपुर दो नंबर पंचायत के अधिकारी चंदन मुखर्जी ने जमालपुर थाने मे अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई है. प्रखंड प्रशासन ने भी इसकी जांच शुरू की है. आरोपी इलाके से फरार हैं.
वित्तीय वर्ष 2017-18 की ऑडिट रिपोर्ट में मनरेगा में गड़बड़ी का खुलासा हुआ. जमालपुर थाना अंतर्गत कांसरा गांव के निवासी सुकांत झा पंचायत कार्यालय में डाटा इंट्री ऑपरेटर पद पर नियुक्त हैं. पिछले आठ साल से पंचायत कार्यालय मे कार्यरत हैं. बाद में उन्हे बेडुग्राम पंचायत में तबादला किया गया.
प्राथमिकी के अनुसार पंचायत कार्यालय में कार्य करने के दौरान प्रधान और कार्यपालक सचिव का ई-टोकन इस्तेमाल कर सरकारी राशि की हेराफेरी की गई. मनरेगा में 6,25,300 रुपये का अतिरिक्त पेमेंट किया गया. गोपीनगर यूनिट में पत्नी, नाबालिग पुत्र और खुद अपने नाम पर राशि की निकासी की गई. बैंक ने प्रखंड विकास अधिकारी के पास पत्र भेजा.
प्रखंड विकास अधिकारी ने उस एकाउंट में लेन-देन बंद रखने को कहा. जबकि बैंक प्रबधक ने कहा कि अदालत के आदेश के बिना बैंक अकाउंट का लेन-देन बंद नही किया जा सकता है. जमालपुर दो नंबर पंचायत की ऑडिट रिपोर्ट में इंदिरा आवास योजना में 70 लाख रुपये की हेराफेरी की शिकायत है.