पुरोहित सम्मेलन से लौटे ब्राह्मणों ने दी जोरदार आंदोलन की धमकी
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दो सप्ताह का दिया अल्टीमेटम
पुरोहित सम्मेलन से लौटे ब्राह्मणों ने दी जोरदार आंदोलन की धमकी पानागढ़ : बीरभूम जिले के बोलपुर में आयोजित ब्राह्मण व पुरोहित समाज को लेकर आयोजित सम्मेलन से लौटे ब्राह्मणों तथा पुरोहितों में घोर नाराजगी है. सम्मेलन से खाली हाथ लौटे पुरोहितों तथा ब्राह्मणों का अभियोग है कि सम्मेलन के नाम पर जो सब्जबाग दिखाया […]
पानागढ़ : बीरभूम जिले के बोलपुर में आयोजित ब्राह्मण व पुरोहित समाज को लेकर आयोजित सम्मेलन से लौटे ब्राह्मणों तथा पुरोहितों में घोर नाराजगी है. सम्मेलन से खाली हाथ लौटे पुरोहितों तथा ब्राह्मणों का अभियोग है कि सम्मेलन के नाम पर जो सब्जबाग दिखाया गया था, उसकी कोई घोषणा नहीं की गयी. पुरोहितों की मांग थी कि सम्मेलन मंच से उन लोगों के भत्ते की घोषणा होगी. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. प्राप्ति के नाम पर महज गीता, स्वामी विवेकानंद, अमृतवाणी, रामकृष्ण, शारदा की तस्वीरें तथा पत्रिकाएं उन्हें थमा दी गईं. सम्मेलन से लौटे केतुग्राम उत्तर राजूर ग्राम निवासी पुरोहित विकास चंद्र ने कहा िक पूजा-अर्चना कर किसी तरह परिवार का गुजर बसर होता है. काफी उम्मीद लेकर हम लोग सम्मेलन में गए थे.
सोचा था कि जिस तरह मौलवियों को सरकार भत्ता दे रही है, उसी तरह पुरोहितों के लिए भी भत्ता की घोषणा होगी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. बोलपुर पौरसभा के 15 नंबर वार्ड के नीचूपट्टी निवासी पुरोहित साधन ठाकुर ने कहा िक अभी तक कुछ नहीं मिला है. ब्राह्मणों के साथ हमेशा से छल किया जाता रहा है. राजनीतिक हथकंडे अपना कर सिर्फ उनका लाभ व शोषण होता रहा है. इस बार भी सम्मेलन के नाम पर शोषण किया गया तथा सब्जबाग दिखा कर हमलोगों का घोर अपमान किया गया. सिउड़ी पानुलिया ग्राम के पुरोहित तरुण भट्टाचार्य ने कहा िक उपार्जन कम है. किसी तरह गुजर बसर पूजा करके होती है. काफी उम्मीद थी कि सम्मेलन के द्वारा शायद सरकार के नेता कुछ करेंगे. लेकिन कुछ भी नहीं मिला. कोई घोषणा नहीं की गई. तारापीठ कवि चंद्रपुर रामकृष्ण परमहंस आश्रम के महाराज हंसानंद जी महाराज उर्फ मंगल बाबा ने बताया कि सम्मेलन में पहुंचे पुरोहितो तथा ब्राह्मणों को काफी उम्मीदें थीं कि उनके लिए भी राज्य सरकार चिंता भावना करेगी, भत्ते की घोषणा होगी. लेकिन ऐसा कोई सुगबुगाहट नहीं देखने को मिला .उन्होंने कहा कि समाज के लोगों को कहा गया है िक 15 दिन देख लेते है. यदि 15 दिनों के भीतर सरकार पुरोहितों तथा ब्राह्मणों के लिये भत्ता की घोषणा नहीं करती है, तो हमलोग उसके बाद आंदोलन करेंगे. बताया जाता है कि जिले के हासन के कांग्रेस विधायक मिल्टन रसीद ने पुरोहितों तथा ब्राह्मण के भत्ते की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया था. आंदोलन को देखकर जिले के तृणमूल नेता समझ गये थे िक आनन-फानन में पुरोहितों को एकत्रित कर सम्मेलन का आयोजन किया गया. लेकिन सम्मेलन मंच से कोई घोषणा नहीं की गई. इसके खिलाफ पुरोहितों तथा ब्राह्मणों में आक्रोश व्याप्त है.
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