कोलकाता: बालीगंज थाना के प्रभारी उज्ज्वल मुखर्जी पर उसी थाने की महिला सब इंस्पेक्टर ने छेड़खानी का आरोप लगाया है. पीड़िता ने घटना की शिकायत विभाग के डीसी से की है. उसने कहा है कि गुरुवार शाम को वह किसी केश से सिलसिले में थाना प्रभारी उज्ज्वल मुखर्जी के कमरे में गयी थी. इसी दौरान थाना प्रभारी ने उनके चरित्र पर सवाल उठाते हुए उन्हें काफी अपशब्द कहे.
जब उन्होंने इसका विरोध किया तो ओसी ने उनका हाथ पकड़ लिया और उसके साथ छेड़खानी करना शुरू कर दिया. शोर मचाने पर अन्य पुलिसकर्मी उसके कमरे में आ गये, जिससे उसकी इज्जत बच गयी. पूरे मामले पर संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) राजीव मिश्र ने बताया कि फिलहाल आरोपी प्रभारी छुट्टी पर है. घटना की जांच में उन्हें दोषी पाये जाने पर उनके खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दर्ज की जायेगी.
इस मामले में पुलिस की इस दोहरी नीति पर सवाल उठने शुरू हो गये है. जानकारों का कहना है कि हैरानी बात तो यह है कि आम घटनाओं में किसी भी छेड़खानी की घटना में पुलिस खुद पहले एफआइआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू करती है, लेकिन इस मामले में आरोपी और पीड़ित दोनों ही पुलिस कर्मी हैं, लिहाजा पहले मामले की विभागीय जांच फिर एफआइआर दर्ज करने के रास्ते पर पुलिस चल रही है. ज्ञात हो कि थाने में महिला पुलिसकर्मियों के साथ उनके ही विभाग के अधिकारी पर इसके पहले भी इस तरह के आरोप लगते आये हैं. इसके पहले नॉर्थ पोर्ट थाने के पूर्व प्रभारी के खिलाफ थाने के एस सब इंस्पेक्टर के साथ छेड़खानी व अपशब्द कहने की शिकायत दर्ज की गयी थी, जिसके बाद उनका तबादला कर दिया गया था.