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धमाके की जांच तेज, एनएसजी और रॉ की टीम पहुंची बर्दवान

कोलकाता/बर्दवान: बर्दवान विस्फोट की जांच तेज हो गयी है. नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) जहां विस्फोटकों का पता लगाने के लिए नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) से मदद ले रही है, वहीं खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनलिसिस (रॉ) की एक टीम ने बुधवार को बर्दवान के सिमुलिया स्थित मदरसा जा कर तहकीकात की. रॉ की तीन सदस्यीय […]

कोलकाता/बर्दवान: बर्दवान विस्फोट की जांच तेज हो गयी है. नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) जहां विस्फोटकों का पता लगाने के लिए नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) से मदद ले रही है, वहीं खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनलिसिस (रॉ) की एक टीम ने बुधवार को बर्दवान के सिमुलिया स्थित मदरसा जा कर तहकीकात की.

रॉ की तीन सदस्यीय टीम ने सिमुलिया का दौरा किया. उधर,बुधवार को एनएसजी के विस्फोटक विशेषज्ञ महानगर पहुंचे. गुरुवार को वे बर्दवान के खगड़ागढ़ जायेंगे, जहां दो अक्तूबर को धमाका हुआ था. धमाके में दो लोगों की मौत हो गयी थी.

इस बीच, एनआइए टीम ने सिमुलिया मदरसा जाकर वहां दोबारा तलाशी ली. सूत्रों के मुताबिक, जांच अधिकारियों को इस दौरान मदरसा के अंदर जमीन के नीचे कुछ दबे होने की भनक लगी. अंदर गड्ढा खोदकर देखने पर दो बोतलें जब्त की गयी हैं. इन दोनों रंगीन बोतलों में से एक के अंदर मरा मेंढक व दूसरी बोतल में मरी हुई छिपकली बंद थी. दोनों बोतलों के अंदर मरे जीव को क्यों रखा गया, जांच के लिए इसे फॉरेंसिक विभाग में भेजा गया है. इसके अलावा मदरसा के अंदर से कुछ विचित्र किस्म के कपड़े, कुछ रासायनिक द्रव्य व कागजात जांच अधिकारियों के हाथ लगे हैं.

मदरसा के पास के दोनों तालाबों से पानी निकाला: बर्दवान के सिमुलिया मदरसा के पास मौजूद दोनों तालाबों से पानी निकाल कर जांच की गयी. एनआइए के अधिकारियों का कहना है कि मदरसे के पास दोनों तालाब का इस्तेमाल हथियार रखने के लिए आतंकी करते होंगे. इस संदेह के आधार पर बुधवार सुबह तालाबों से पानी निकाला गया. इधर सीआइडी की तरफ से भी बम निरोधी दस्ते को बुलाकर इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया. अधिकारियों को शक है कि संदिग्ध आतंकी बर्दवान इलाके में अन्य जगहों पर भी बम छिपा सकते हैं. फॉरेंसिक विभाग के अधिकारियों की मदद से उन दोनों तालाब की फॉरेंसिक जांच करायी जायेगी.

एनएसजी की मदद क्यों मांगी गयी: सूत्रों का मानना है कि देश की सुरक्षा से एनएसजी के जवान जुड़े रहते हैं. उन्हें हथियारों और विस्फोटकों की जानकारी रहती है. इसके कारण एनएसजी की मदद लेने पर एनआइए के अधिकारियों को जांच में सहूलियत होगी. जानकारों के मुताबिक, राज्य में पहला ऐसा मामला है, जिसकी जांच में एनएसजी की मदद ली जा रही है.

साजिश के तार कश्मीर तक: एनआइए की जांच टीम को ऐसे सुराग मिले हैं, जिससे पता चलता है कि संदिग्ध आतंकियों ने कश्मीर तक अपनी पहुंच बना ली थी. आगे की जांच के लिए एनआइए की एक टीम कश्मीर गयी है.

जांच एजेंसी ने फोन नंबर जारी किया

बर्दवान धमाके की जांच कर रही एनआइए ने कंट्रोल रूम का फोन नंबर जारी किया है. जांच एजेंसी के मुताबिक, कोई भी शख्स टेलीफोन नंबर 033-23676739 पर जानकारी दे सकता है. एजेंसी का कहना है कि सूचना देनेवालों की पहचान गुप्त रखी जायेगी.

नैनो कार से मिला सुराग

बर्दवान विस्फोट कांड में जुड़े आतंकियों के सिमुलिया में मिली नैनो कार की केंद्रीय फॉरेंसिक दल ने पूरी जांच-पड़ताल की. एनआइए की टीम ने पता लगाया कि कार वर्ष 2012 में नासिक के कंचन मोटर्स से बिक्री हुई था. कार नासिक के किसी आर्मी ऑफिसर से ही संभवत: आतंकी ने खरीदी थी. कार पर सेनावाहिनी और नासिक आर्टीकर का लगा स्टीकर सटीक बताया गया है. कार पर बाइक का फर्जी नंबर प्लेट लगा हुआ था. आर्मी ऑफिसर से एनआइए संपर्क साध रही है.

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