पानागढ़ : बर्दवान-खागड़ागढ़ कांड में लिप्त बीरभूम निवासी दो आतंकियों सज्जाद अली तथा कादिर काजी को एनआईए की टीम ने आरामबाग पुलिस के सहयोग से सोमवार की रात आरामबाग डोंगल इलाके से गिरफ्तार किया. काफी दिनों से दोनों की तलाश थी. पेशे से दोनों राजमिस्त्री हैं.
खगड़ाघाट कांड में दोनों के नाम सामने आने के बाद से एनआईए दोनों अभियुक्तों की तलाश कर रही थी. आतंकी गतिविधि में भी दोनों कि शामिल होने का की बात सामने आई थी. अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है. खगड़ाघाट कांड के मूल अभियुक्त कौसर के दोनों साथी हैं. कभी असम तो कभी बीरभूम लाभपुर तो कभी अन्यत्र भाग रहे थे.अभियुक्तों से पूछताछ में कई तथ्य सामने आये हैं.
सज्जाद के पास मदरसा से संबंधित तथ्यों को खंगाल रही. इसके पूर्व भी बीरभूम जिले के लाभपुर से मूसा को आतंकी गतिविधि में पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया था.मूसा से कादिर का अच्छा संबंध बताया जा रहा है. फरार कादिर पर पांच लाख रुपए का इनाम भी रखा गया था.
गिरफ्तार सज्जाद अली के पास से मिले तथ्यों के आधार पर पता चलता है कि वह बीरभूम जिले के नलहाटी थाना अंतर्गत कयथा के पास मौजूद मदरसा 11वीं कक्षा का छात्र रहा है. सज्जाद के पास से बैंक के अकाउंट नंबर तथा आधार कार्ड भी मिला है.
कादिर काजी का बीरभूम जिले के नानूर थाना के नीमरा ग्राम में रिश्तेदारों के यहां आना जाना था. कादिर मूल रूप से जिले के किरनाहार इलाके का निवासी है. कादिर का एक और घर पूर्व बर्दवान जिले के मंगलकोट में भी है. अभी तक पकड़े गए आतंकियों का ज्यादातर संबंध बीरभूम जिले से रहा है. घटनाओं के सामने आने से बीरभूम जिले के उक्त गांव में मौजूद रिश्तेदार तथा लोग दहशत में है.