UP News: उत्तर प्रदेश विधानसभा में ‘विजन 2047’ पर 24 घंटे लंबी मैराथन बहस के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि यह खाका प्रदेश को 6 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य तय करता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि 2047 तक यूपी की प्रति व्यक्ति आय को 26 लाख रुपये सालाना तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया है. योगी ने कहा कि भारत तभी विकसित राष्ट्र बन सकता है जब हर राज्य अपनी जिम्मेदारी पूरी करें और इसमें उत्तर प्रदेश अग्रणी भूमिका निभाएगा.
8 वर्षों की प्रगति से 2047 का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने बीते आठ वर्षों की उपलब्धियों पर आगे बढ़ते हुए 2030 तक यूपी को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य तय किया है. वहीं, 2047 तक इसे बढ़ाकर 6 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने का रोडमैप तैयार किया गया है. वर्तमान में देश की जीडीपी में उत्तर प्रदेश का योगदान 9.3% है, जिसे बढ़ाकर कम से कम 16% तक ले जाने का संकल्प है.
प्रति व्यक्ति आय 26 लाख रुपये तक
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की औसत प्रति व्यक्ति आय फिलहाल करीब 2 लाख रुपये है, जबकि यूपी का औसत इससे भी कम है. ऐसे में 2047 तक लक्ष्य यह है कि उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से बराबर या अधिक हो और हर नागरिक सालाना 26 लाख रुपये तक की आय का हकदार बने. इसके लिए प्रदेश में 15% की औसत विकास दर हासिल करने का विस्तृत रोडमैप तैयार किया गया है.
तीन थीम और 12 सेक्टरों पर विकास की नींव
मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘विकसित उत्तर प्रदेश 2047’ का खाका तीन प्रमुख थीम-
- अर्थ शक्ति (Economic Power)
- सृजन शक्ति (Innovation & Creation)
- जीवन शक्ति (Human Development & Quality of Life)
इन थीम्स को आगे बढ़ाने के लिए 12 प्रमुख सेक्टरों की पहचान की गई है. ये सेक्टर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5T सिद्धांत- ट्रेड, टूरिज्म, टेक्नोलॉजी, ट्रेडिशन और टैलेंट- पर
खड़े किए जाएंगे.
रामराज्य का खाका: शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाएं सबको
योगी ने कहा कि 2047, जब भारत अपनी आज़ादी की शताब्दी मनाएगा, उत्तर प्रदेश ‘रामराज्य’ की अवधारणा को साकार करेगा. हर व्यक्ति को शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.
जनभागीदारी और लोकतांत्रिक विमर्श की मिसाल
सीएम ने विधानसभा की 24 घंटे की बहस में शामिल हुए 187 विधायकों- सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह चर्चा लोकतंत्र की शक्ति और जनप्रतिनिधियों की
गंभीरता का उदाहरण है. उन्होंने कहा कि यह विजन डॉक्यूमेंट केवल एक ‘घोषणापत्र’ नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के संकल्प, परिश्रम और आस्था का महाअभियान है.
जनता से जुड़ेगा विजन डॉक्यूमेंट
मुख्यमंत्री ने बताया कि योजना विभाग विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों और नीति आयोग के साथ मिलकर विजन डॉक्यूमेंट का अंतिम मसौदा तैयार करेगा. इसके लिए एक महीने तक जनता से सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे. उसके बाद अंतिम दस्तावेज विधानसभा के समक्ष रखा जाएगा.
हर वर्ग की उम्मीदों का खाका
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह यात्रा युवाओं और महिलाओं के सपनों को साकार करने की होगी. यह उस किसान की उम्मीद होगी जो खेत में मेहनत कर रहा है, उस छात्र की आशा होगी
जो सुनहरे भविष्य का सपना देख रहा है और उस मजदूर की आकांक्षा होगी जो विकास की नींव रख रहा है.
सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक विकास का संगम
सीएम ने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश को देश का ‘ग्रोथ इंजन’ बनाना है. इसके साथ ही प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को आधुनिक विकास की धारा के साथ जोड़ा जाएगा. योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश “आध्यात्मिक जागरण का केंद्र” बनेगा और 2047 का संकल्प विकसित भारत, विकसित यूपी की दिशा में ठोस कदम होगा.
यह केवल आर्थिक प्रगति का खाका नहीं बल्कि सामाजिक-सांस्कृतिक पुनर्जागरण का भी रोडमैप है। जब 25 करोड़ लोग एक लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे, तब इतिहास रचा जाएगा और उत्तर प्रदेश वास्तव में भारत के विकसित भविष्य की धुरी बनेगा.

