MOTHER’S DAY: हमारे बेटे शुभम की शहादत का बदला लेने के लिए भारत की सरहद पर न जाने कितनी मांओं के लाडले तैनात हैं.भगवान उन लाडलो की रक्षा करें, इस मदर्स डे पर भगवान से यही मेरी प्रार्थना है.
शुभम की मां ने भावुक होकर कहा
मेरा लाडला मेरा चिराग शुभम तो चला गया.. भगवान उन जाबाज जवानों की रक्षा करना जो भारत की सरहद पर दुश्मनों से डट कर सामना कर रहे हैं. मदर्स डे की उपलक्ष्य पर बेटे की याद से नम आंखों को लिए भावुक होकर सीमा द्विवेदी ने भगवान से यह प्रार्थना की.उनका पुत्र शुभम द्विवेदी पहलगाम के दर्दनाक आतंकी हमले का शिकार बन गया था. 22 अप्रैल को हुई इस आतंकवादी घटना के सदमे से अभी तक नहीं उबर पाईं हैं शुभम की मां.
शुभम की मां ने कहा-बेटे को खोने का दर्द वही मां जान सकती है, जिसने अपना लाडला खोया हो. कोई और इस दर्द को नहीं समझ सकता. मैं अब सारी उम्र यह दर्द झेलने के लिए मजबूर रहूंगी. मेरी इतनी बदनसीबी थी कि बेटे की मौत की खबर मिलने के बाद मैं अपने लाडले का चेहरा तक नहीं देख पाई.
एशान्या:ऑपरेशन सिंदूर को ताउम्र याद रखेगा पाकिस्तान
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम लगने के बाद एशान्या ने कहा कि पाकिस्तान ताउम्र सिंदूर को याद रखेगा. दूसरे के सिंदूर को उजाड़ने वाले पाकिस्तान को अब ताउम्र ऑपरेश सिंदूर का डर सताएगा. हर दुस्साहस भारी घटना करने से पहले पाकिस्तान देश को सिंदूर की याद जरूर आएगी. एशान्या ने कहा, जिस ढंग से भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट करा है, इसके लिए पूरी भारतीय सेना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हम सब को पूरा भरोसा था. ग्राम हाथीपुर में रहने वाले संजय द्विवेदी अपने पूरे परिवार के साथ पहलगाम घूमने के लिए गए थे. वहां हुए आतंकी हमले में उनके पुत्र शुभम की मेरी बहु एशान्या के सामने गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. एशान्या ने यह भी कहा कि हम भारतीय सेना और पीएम मोदी के हर फैसले के साथ खड़े हैं. सरकार जो भी फैसला लेगी, वह बेहद उचित कदम होगा. यह लड़ाई आतंकवाद को खत्म करने के खिलाफ है. हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि दोबारा भारत देश में किसी भी जगह ऐसे आतंकी हमले न हो,जिससे मेरी तरह कोई और अपना सुहाग खोए.