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अखिलेश नहीं देंगे इस्तीफा, साइकिल चुनाव चिह्न के लिए अपनायेंगे हर दावं

डिजिटल टीम समाजवादी पार्टी में विवाद तो महीनों से चला आ रहा है, लेकिन ताजा विवादबुधवार को मुलायम सिंह यादव द्वारा उम्मीदवारों की सूची जारीकरने सेहुआ, जिसमेंमुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खास लोगों का नाम नहीं शामिल था. इसके बाद गुरुवार को पहले अखिलेश ने अपने लोगों को टिकट देने व कुछ दागी लोगों काटिकट काटने […]

डिजिटल टीम

समाजवादी पार्टी में विवाद तो महीनों से चला आ रहा है, लेकिन ताजा विवादबुधवार को मुलायम सिंह यादव द्वारा उम्मीदवारों की सूची जारीकरने सेहुआ, जिसमेंमुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खास लोगों का नाम नहीं शामिल था. इसके बाद गुरुवार को पहले अखिलेश ने अपने लोगों को टिकट देने व कुछ दागी लोगों काटिकट काटने की मांग की, जिसे मुलायम ने नहीं माना. इसके बादगुरुवार रात अखिलेश ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी, इस पर फिर जवाबी कदम उठाते हुए मुलायम खेमे के शिवपाल यादव ने और उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया. इसके बाद आज दिन में फर्रुखाबाद के दौरे पर गये अखिलेश गुटके रामगोपाल यादव ने कहा कि अब पार्टी में सुलह के आसार नहीं हैं. इस बयान केकुछ ही समय बाद उन्होंने पार्टी की विशेष प्रतिनिधि सभा की एक जनवरी को बैठक बुला ली,जिससेराजनीतिक माहौल पूरी तरह गरमा गया और यह साफ हो गया कि अब आर-पार की लड़ाईही बाकी है.इस पर तुरंत पलटवार करते हुए मुलायम नेरामगोपाल को नोटिस जारीकिया. साथ ही उम्मीदवारों की सूची जारी करने के लिए उन्होंने अखिलेश को भी नोटिस जारी किया. इसकेकुछ ही मिनट बादमुलायम व शिवपाल ने प्रेस कान्फ्रेंस कर पहले रामगोपाल व फिर अखिलेश को पार्टी से निकालने का एलान कर दिया.

दिनभर में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रमका हर अपडेट जानिए :

10.00 PM :सूत्रों का कहना है कि बदले हालात में समाजवादी जनता पार्टी के कमल मुरारका ने अखिलेश यादवसे आज दिन में यहां मुलाकात की है. इससे पहले वे कल दिल्ली में रामगोपाल यादव से मिले थे. कमल मुरारकाने पहले रामगाेपाल वफिर अखिलेश को अपने पार्टी का सिंबलव नाम देने का प्रस्ताव दिया है.पूर्व प्रधानमंत्रीचंद्रशेखर की पार्टी समाजवादीजनता पार्टी कोकमल मुरारका सालों से संचालित कर रहे हैं, लेकिनअब राष्ट्रीय या क्षेत्रीय राजनीति में उसकी प्रासंगिकता नहीं है. ऐसे में मुरारका की कोशिश है कि जहां दो समाजवादी धड़े एक हो जायें, वहीं उनकी पार्टी को प्रासंगिकताभी मिल जाये. हालांकि अखिलेश ने अबतक इस पर अंतिम प्रतिक्रिया नहीं दी है और वेफिलहाल समाजवादी पार्टी का सिंबल पाना चाहते हैं. ध्यान रहे कि कमल मुरारका का नाम पिछली बार उस समय राष्ट्रीय राजनीति में चर्चामें आया था, जबनीतीश कुमार की पहल पर मुलायम की अगुवाई में समाजवादी विचारधारा की पार्टियों के विलय की कोशिश की जा रही थी.

9.55 PM :अखिलेश यादव के करीबी सूत्रों ने मीडिया से कहा है कि वे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे,बल्किराजनीतिक लड़ाई लड़ेंगे. अखिलेश की कोशिश पार्टी चुनाव चिह्न हासिल करने कीहोगी.उनके समर्थन मेंतीन-चार सांसदों के होने की बात भी कही जा रही है.

9.49 PM :अखिलेश के अपने निजी आवास पर जाने के बाद अब राजनीतिक घटनाक्रमशनिवार को ही होने की संभावना है. कल अखिलेशयादव ने विधायकों व विधान परिषद सदस्यों की नौ बजे सुबह बैठक बुलायी है. इस बैठक में रामगोपाल यादव भी मौजूद रहेंगे. जबकि मुलायमसिंह यादव व शिवपाल यादव ने 11 बजे पार्टी कार्यालय में बैठक बुलायी है. मुलायम ने नेताओं को चेताया है कि जो भी अखिलेश कीबैठक में जायेगा उसे अनुशासनहीन माना जायेगा और उस पर कार्रवाई की गाजगिर सकती है.

9.21 PM :अखिलेश यादवके काफिला ने दोबार सरकारी बंगले से निकलने की कोशिश कीऔर इस बार वे कामयाब हुए. वहां से वे अपने निजी घर अपने परिवार के पास चले गये.

9.18 PM :संविधान विशेषज्ञसुभाष कश्यप ने कहाकि अखिलेश केपास अगर बहुमत है, तो उनके मुख्यमंत्री पद पर बने रहने पर निष्कासन का कोई असर नहीं पड़ने वाला है. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें खुद लगता है कि समर्थननहीं है तो बात अलग है. सुभाष कश्यप के अनुसार, समर्थन किसी भी दल या विधायक का हो सकताहै.

9.15 PM :अखिलेश समर्थक अतुल प्रधान नेदावा कियाकिअखिलेश के समर्थन में 200 से विधायक उनके बंगले के अंदर हैं. उन्होंनेअखिलेश इस्तीफे की बातों को खारिज किया, कहा क्यों इस्तीफा देंगे.उन्हाेंने कहा कि अधिवेशन में सारी बातें स्पष्ट हो जायेंगी. सब लोग चाहते हैं कि अखिलेशयादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाये. अतुल ने कल अखिलेश खेमेकी दूसरी सूची भी जारी होने का दावा किया.

9.10 PM :मुख्यमंत्री अखिलेश के आवास पर समर्थकों का जमावड़ा है, 125 विधायक, दर्जनों मंत्री सीएमआवास पर जमा हैं.

8.59 PM :रात पौने नौ बजे के बाद अखिलेश यादवकाकाफिलाउनके सरकारीबंगले पांच कालिदास रोड से जैसे ही बाहर निकला, उनके समर्थकों ने उसे घेर लिया. इस कारण गाड़ी को फिर अंदर करना पड़ा.वेवहां से नहीं जा सके. अखिलेश आम तौर पर सरकारी आवास पर कामकाज निबटाने के बाद वहां से 200 मीटर दूर स्थित अपने निजी घर चार विक्रमादित्य रोड पर रात आठ बजे के करीब चले जाते हैं, जहां वे अपनी पत्नीव सांसद डिंपल यादव व बच्चों के साथ रहते हैं. यह घर उन्होंने हाल में बनवाया है.आज वे भीड़ जमाहोने के कारण देर से निकले. अखिलेश के घर से ही सटा हुआ मुलायम सिंह यादव का भी घर है.

8.43 PM : मुलायम के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ायी गयी. डीजीपी जाविद पहुंचे.

8.30 PM : सपा प्रवक्ता नावेद सिद्दीकी ने अखिलेश के समर्थन में दिया इस्तीफा

7.56 PM : यूपी में कोई संवैधानिक संकट नहीं : राज्यपाल राम नाईक

7.35 PM : अखिलेश और मुलायम के घर के बाहर समर्थकों का हंगामा, अखिलेश को वापस लेने की मांग

7.30 PM : अखिलेश कर सकते हैं प्रेस कॉन्फ्रेंस

7.11 PM :रामगोपाल यादव ने जारी किया बयान

रामगोपालने कहा कि मुझे नोटिस जारी करने के आधे घंटे के अंदर पार्टी से निकाल दिया गया है. यहअसंवैधानिक है. उन्होंने कहा कि न्याय के नैसर्गिक नियम के अनुसार, बिना किसी के पक्ष को सुने उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकते हैं. रामगोपाल ने कहा कि मेरा व अखिलेश का निष्कासन असंवैधानिक है.

रामगोपाल ने कहा कि पार्टी में शीर्ष स्तर पर असंवैधानिक काम किया जा रहा है. बिना संसदीय बोर्ड के कैसे उम्मीदवार तय किया गया, मैं उसका सदस्य सचिव था.कहां मीटिंग हुई, बताएं. पार्टी केअसंवैधानिक कार्यों के खिलाफ मेरे पास शिकायतें थीं और आपातकालीनबैठक के लिएकोई समय नहीं तय होता है.

रामगोपाल ने कहा कि मुलायम को पार्टी संविधानकी जानकारी नहीं है. यूपी में ही सिर्फ निर्वाचित डेलिगेट्स हैं और उन्हीं की मांग पर बैठक बुलायी गयी है. दूसरे राज्यों में मनोनीत लोग हैं. अत: निर्वाचित डेलिगेट्स के आग्रह पर बैठक बुलायी गयी. हारने वालों को नेताजी ने टिकट दे दिया है.

गैर यादवसे वोट मांगने की जरूरत पड़ती है, तो उन्हें रामगोपाल की याद आती है. चुनाव में पता चल जायेगा कि गैर यादव में किसकी पैठ है. उन्होंने कहा कि पूरा हिंदुस्तान जानता है कि मुख्यमंत्रीकाभविष्य कौनखराब कर रहा है. मैंने प्रशासनिक मामले में अखिलेश को कोई राय नहीं दी, नसिफारिश करता हूं, मैं लखनऊ कम आताहूं. अगर काम करवाना होगा तो किसी अफसर को कह दूंगा, कर देगा. मेरे हर किसी से अच्छे रिश्ते रहे हैं, चाहे बीएसपी, बीजेपी या कांग्रेस हो और किसी सरकार में मेरे काम हो सकते हैं. मैं अब भी पार्टी का महासचिव हूं, कल भी रहूंगा. उन्होंने कहा कि अगले कदम के बारे में एक जनवरी के बाद बतायेंगे.

7.09 PM :अब रामगोपाल कर रहे हैं प्रेस कान्फ्रेंस, उन्होंने निष्कासन को असंवैधानिक बताया.

7.05 PM :मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अखिलेश के समर्थन में 175 विधायक हैं,हालांकि बहुमत के लिए 202 विधायक चाहिए. कांग्रेस के स्थानीय नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा है कि विधानसभा में समर्थन देने के सवाल पर वरिष्ठ नेता फैसला लेंगे.

6.58 PM :मुलायमसिंह यादव द्वारा अखिलेश यादवको पार्टी से निकाले जाने परअखिलेशसमर्थकउनके आवास के समक्षबड़ी संख्या में जुट गये हैं.उनके हाथ में अखिलेश की तसवीर वाली तख्तियां हैं. उनके समर्थक हंगामा व नारेबाजी कर रहे हैं.

6.49 PM : मुलायम ने कहा, यह फैसला दोनों के लिए लिया गया है. अखिलेश और रामगोपाल दोनों छह साल के लिए निकाले गये हैं.

6. 40 PM : अखिलेश यादव को भी छह साल के लिए पार्टी से निकाला गया.

6.35 PM : सीएम गुटबाजी कर रहे हैं, रामगोपाल ने उनका भविष्य खत्म कर दिया : मुलायम.

6.34 PM : मुलायम ने कहा, मुख्यमंत्री नहीं समझ रहे हैं रामगोपाल उनका भविष्य बर्बाद कर रहे हैं.

6.33 PM : मुलायम बोले, रामगोपाल को पहले माफ किया गया, उन्होंने माफी मांगी थी आज फिर उन्होंने गलती की.

6.32 PM : रामगोपाल को मुलायम ने छह साल के लिए पार्टी से निकाला

6.31 PM :मुलायम बोले राष्ट्रीय अध्यक्ष ही बुला सकते हैं अधिवेशन

6.30 PM : पीसी से पहले भावुक हुए मुलायम सिंह

6.22 PM:मुलायम के प्रेस कान्फ्रेंसपर सबकी नजर, कर सकते हैं कोई बड़ा एलान

6. 19 PM :

6.17 PM:अखिलेश व रामगोपाल को नोटिस भेजने के बाद मुलायम सिंह यादव व शिवपाल यादव प्रेस कान्फ्रेंस कर रहे हैं

दिन में रामगोपाल के बयान के बाद ही शाम तक गहरा गया था राजनीतिक संकट

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी कुनबे के कलहआज शाम होते-होते और गहरा गया. सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व महासचिव रामगोपाल यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. अखिलेश को भेजे नोटिस मेंमुलायमने पूछा है कि आपने उम्मीदवारों की अलग सूची कैसे जारी की. आपके खिलाफ अनुशासनात्‍मक कार्रवाई क्‍यों ना की जाए. रामगोपाल यादव को सार्वजनिक रूप से पार्टी के खिलाफ दिये गये बयान को लेकर नोटिस दिया गया है. मालूम हो कि आज ही फर्रुखाबाद के दौरे पर गये रामगोपाल ने कहा था कि अब पार्टी में सुलह के आसार नहीं हैं और वे अखिलेश के साथ हैं और उनके द्वारा घोषित उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे.

SP Chief Mulayam Singh Yadav issues a show cause notice to UP CM Akhilesh Yadav for issuing candidate list separately. pic.twitter.com/PToNeiz1ds

— ANI UP (@ANINewsUP) December 30, 2016

SP Chief Mulayam Singh Yadav issues a show cause notice to Ram Gopal Yadav for talking against the party line in media. pic.twitter.com/eR5MWZvwvJ

— ANI UP (@ANINewsUP) December 30, 2016

मुलामय के वार पर प्रतिवार करते हुए रामगोपाल ने एक जनवरी को राममनोहर लोहिया यूनिवर्सिटी में पार्टी की विशेष प्रतिनिधि सम्मेलन बुला लिया है, जिसे उन्होंने पार्टी का सबसे बड़ा फोरम बताया है.

Ram Gopal Yadav issues statement; calls for emergency national executive meet of SP on 1 Jan, urges members to join in party’s favour. pic.twitter.com/0wP0bXK4u7

— ANI UP (@ANINewsUP) December 30, 2016

हालांकि, मुलायम द्वारा भेजे गये नोटिस में जवाब देने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गयी है. मालूम हो कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार रात को यूपी विधानसभा चुनावों के लिए 235 नामों की सूची जारी की थी. इससे एक दिन पहले मुलायम ने 225 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी, जिसमें अखिलेश के विश्वस्त मंत्रियों, विधायकों व दूसरे लोगों का नाम शामिल नहीं था. हालांकि अखिलेश ने अपनी सूची जारी करने से पूर्व मुलायम से नामों को वापस लेने की मांग की थी, साथ ही अपने लोगों को टिकट देने को कहा था, लेकिन मुलायम ने यह बात नहीं मानी.

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