लखनऊ : दो महीने के घमासान के बाद उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी समाजवादी पार्टीशुक्रवार को टिकट बंटवारे तथा निष्कासित मंत्रियों और नेताओं की वापसी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर मंथन करने जा रही है. बैठक में रणनीति पर बात होगी और मुलायम परिवार के सभी दिग्गज अगले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की चुनावी तैयारियों का खाका खींचेंगे.
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के तमाम प्रयासों के बाद पार्टी और परिवार में चल रहा अंतर्द्वन्द्व किसी तरह समाप्त होता दिख रहा है, वरना प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले चाचा शिवपाल सिंह यादव और भतीजे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच जिस तरह बर्चस्व की लड़ाई सड़क तक पहुंच गयी, उससे पार्टी की छवि पर बुरा असर पड़ा था. अब मुलायम परिवार और पार्टी एकजुट दिखना चाहते हैं ताकि जनता के बीच इसका सकारात्मक संदेश जाए और वोटों का विभाजन होने से रोका जा सके.
पार्टी के एक सूत्रकीमानें तो उक्त बैठक में टिकट बंटावारा, बर्खास्त मंत्रियों और निष्कासित सदस्यों की वापसी जैसे मुद्दों पर बातचीत की उम्मीद है. मुलायम सिंह ने हाल ही में चचेरे भाई रामगोपाल यादव के निष्कासन को रद्द कर दिया था. रामगोपाल को पूर्व में पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किया गया था.
किसी तरह का जोखिम या मत विभाजन ना हो, इस मकसद से सपा निष्कासित नेताओं की वापसी पर विचार कर रही है क्योंकि विभाजन बना रहा तो भाजपा और बसपा जैसे विरोधियों को चुनाव में मदद मिल सकती है.