मुजफ्फरनगर : समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता द्वारा जीत का जश्न मनाते हुए चलाई गई गोली से हुई आठ वर्ष के एक बच्चे की मौत होने के मामले में 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. फरार पांच लोगों के खिलाफ कोई भी जानकारी देने पर नकद इनाम की घोषणा भी की गयी है. पुलिस अधीक्षक भूषण ने बताया कि 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ भादंवि की धारा 147 :दंगा:, 148 :घातक हथियारों के साथ दंगा करना:, 149 और 143 :अवैध सभा: और 188 :लोक सेवक द्वारा जारी आदेश का उल्लंघन करना: के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पांच फरार व्यक्ति गाययुर :नवनिर्वाचित ब्लॉक प्रमुख का पति:, सलीम, मुमताज, मेहताब और नफीस के बारे में कोई भी जानाकरी देने वाले को पांच हजार रुपए बतौर इनाम दिया जाएगा. एक अधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गोलीबारी में मारे गए लडके के परिजनों को पांच लाख रुपए की वित्तीय सहायता देने की घोषणा भी की है. उन्होंने कहा कि दोषियों का बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. वीडियो क्लिप के आधार पर कल चार अन्य आरोपी एहसान, शादाब, रकीब और सादिक को भी गिरफ्तार किया गया.
गौरतलब है कि गत रविवार को कैराना ब्लाक प्रमुख के चुनाव में सपा प्रत्याशी नफीसा की जीत की खुशी में उसके समर्थक गोलियां चला रहे थे. इसी दौरान वहां से रिक्शे से गुजर रहे आठ साल के बच्चे समी की गोली लगने से मौत हो गयी. इस मामले की पड़ताल करने गए एक राष्ट्रीय समाचार चैनल के दो पत्रकारों को कथित रूप से धमकाने के मामले में सपा विधायक नाहिद हसन तथा उनके 30 समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. हसन ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए विपक्ष पर उसकी छवि खराब करने का आरोप लगाया था. सपा ने हसन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है जबकि नवनिर्वाचित ब्लॉक प्रमुख नफीसा को दल से निकाल दिया गया है. इस घटना की कड़ी अलोचना करते हुए भाजपा ने अखिलेश सरकार को ‘मुगल सल्तनत’ करार देते हुए कहा कि उन्होंने अपने ‘गुंडों’ को कुछ भी करने का लाइसेंस दे रखा है.