लखनऊ : समाजवादी पार्टी ने बागी नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया है.इस कार्रवाई से पार्टी के अंदर भी मतभेद उभर आये हैं.एक कठोर कार्रवाई करते हुए पार्टी ने अपने बागी नेताओं को एक कड़ा सदेश देने की कोशिश की है. समाजवादी पार्टी ने यूथ विंग के दो पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद भदौरिया और सुनील यादव को पार्टी से बाहर कर दिया है.उनके खिलाफ कार्रवाई का पत्र प्रदेश सरकार के मंत्री व सीएम अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव के नाम से जारी किया गया है.इसके अलावा कृषि मंत्री विनोद कुमार और विधायक रामेश्वर यादव के बेटे सुबोध यादव को भी पार्टी ने कड़ी चेतावनी दी है.इस कार्रवाई से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नाराज बताये जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि अपने करीबी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई के कारण ही अखिलेश आज सैफई महोत्सव में नहीं पहुंचे, जो आज से ही शुरू हो रहा है.
पार्टी यह कार्रवाई इसलिए कर रही है, क्योंकि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में उसे अपनीही पार्टी के अंदर से विरोध का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में पार्टी चाहती है कि अंदर से उठती विरोधी आवाज को दबाया जा सके. इस चुनाव में कई जिलों में सपा नेता, विधायक और मंत्री आमने-सामने हैं. ऐसे वो एक दूसरे के खिलाफ जमकर हमला बोल रहे हैं, जिससे अंतत: पार्टी को ही नुकसान हो रहा है.
वहीं, चाचा की कार्रवाई के बाद अखिलेश की नाराजगी सेकहा जा रहा है कि पार्टी के अंदर सबकुछ ठीक-ठाक नहीं है.बिहार चुनाव के दौरान भी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व व शिवपाल सिंह यादव का अलग अलग स्टैंड दिखा था.