गोरखपुर. गोरखपुर में एक प्रोफेसर 'शाइस्ता की तलाश क्यों ' बैनर लेकर धरना प्रदर्शन कर रहा है. उनका कहना है कि अतीक अहमद के परिवार को बेवजह परेशान ना करें. कानूनी तरीके से पालन हो, उन्होंने कहा कि अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता को जिस तरह पुलिस परेशान कर रही है. वह उचित नहीं है. कोई महिला इस तरह से मारी-मारी फिर रही है. यह हम सब के लिए एक कलंक की बात है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि शाइस्ता को इस तरह बेवजह परेशान न किया जाए. कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई की जाए.
शाइस्ता के समर्थन में प्रोफेसर ने दिया धरना
गोरखपुर विश्वविद्यालय में 6 साल तक बतौर प्रोफेसर डॉ संपूर्णानंद गोरखपुर स्थित टाउन हॉल पर गांधी प्रतिमा के नीचे तीन सूत्रीय मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. बताते चलें अतीक अहमद की हत्या के बाद से उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश तेज हो गई है. जिस वक्त अतीक अहमद को दफनाया जा रहा था उस वक्त अफवाह उड़ी थी कि शाइस्ता भी वहां पर अंतिम दीदार करने के लिए पहुंचेगी मगर बाद में ये खबर अफवाह साबित हुई. धरने पर बैठे प्रोफ़ेसर ने बताया कि मैं कोई विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहा हूं. मांग है हमारी की शाइस्ता परवीन के साथ सम्यक व्यवहार किया जाए. उसके पति और पुत्र की हत्या के बाद अब उसके साथ सम्यक व्यवहार हो. उसको माननीय अदालत में पेश किया जाए.
पुलिस प्रशासन पर आरोप
मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर कि अतिक के पुत्र का एनकाउंटर हुआ था. इस पर उन्होंने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पुत्र का एनकाउंटर नहीं हत्या हुई है. उन्होंने कहा कि 2 दूनी 4 होता है. एनकाउंटर में दोनों तरफ से गोली चलती है. एनकाउंटर का मतलब दोनों तरफ से हाथापाई और दोनों तरफ से गोली चलना. यहां एक तरफ से गोली चली है जो STF ने गोली चलाई है. 2 दिन पहले भी शाइस्ता परवीन के सरेंडर करने की बात सामने आ रही थी. लेकिन वह भी खोखली साबित हुई. पुलिस का कहना है कि शाइस्ता परवीन वो लगातार अपनी लोकेशन बदल रही है. फिलहाल आरोपी शाइस्ता परवीन पुलिस की गिरफ्त से दूर है. पुलिस अभी तक उसका पता नहीं लगा सकी है. पुलिस का कहना है कि इस संस्था के साथ करते हैं जो हमेशा ही बुर्के में रहती है. फिलहाल पुलिस शाइस्ता को पकड़ने के लिए लगातार तलाश कर रही है.
रिपोर्ट - कुमार प्रदीप, गोरखपुर