Bahraich CM Yogi: बहराइच में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहा कि जिस सम्मान के वह हकदार थे, वह लंबे समय तक नहीं मिला. लेकिन अब डबल इंजन की भाजपा सरकार उनके सम्मान की विरासत को आगे बढ़ा रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विरासत और विकास की नीति के तहत यह ऐतिहासिक कार्य संभव हुआ है.
मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय को समर्पित किया गया सुहेलदेव को
सीएम योगी ने जानकारी दी कि बहराइच के मेडिकल कॉलेज और आजमगढ़ विश्वविद्यालय का नाम भी महाराजा सुहेलदेव के नाम पर रखा गया है, ताकि नई पीढ़ी उनके शौर्य से प्रेरणा ले सके.
विदेशी आक्रांताओं को दी थी करारी शिकस्त
मुख्यमंत्री ने महाराजा सुहेलदेव की वीरगाथा का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने करीब 1,000 वर्ष पहले गजनी से आई 3 लाख की सेना का सामना सिर्फ 20-25 हजार सैनिकों के साथ किया और गजनी के सेनापति सालार मसूद को परास्त कर इतिहास रच दिया.
‘विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन बंद हो’, सीएम योगी का स्पष्ट संदेश
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब समय आ गया है कि राष्ट्रनायकों का सम्मान हो और विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन बंद किया जाए. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह कार्यक्रम महापुरुषों के प्रति सम्मान की एक सच्ची अभिव्यक्ति है.
वोट बैंक की राजनीति पर जमकर बरसे योगी
सीएम ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने वोट बैंक की राजनीति के चलते कभी महाराजा सुहेलदेव को वह सम्मान नहीं दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि तुष्टिकरण की नीति के चलते इन पार्टियों ने देश के राष्ट्रनायकों को भुला दिया.
‘गाजी मियां का विवाह और जिन्ना का महिमामंडन, यही है विपक्ष का सच’
योगी ने कहा कि जब भाजपा सरदार पटेल की जयंती मनाती है, तब समाजवादी पार्टी मोहम्मद अली जिन्ना का गुणगान करती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा ने महाराजा सुहेलदेव के विजय उत्सव के बदले गाजी मियां का विवाह मनाने की मांग की थी, जिसे अब बंद करवा दिया गया है.
“राम मंदिर अब यथार्थ है, कोई सवाल नहीं उठा सकता”
सीएम ने गर्व से कहा कि आज कोई भी अयोध्या में भगवान राम के मंदिर पर सवाल नहीं उठा सकता. यह मंदिर बन चुका है और राजा राम का दरबार अयोध्या में सज चुका है. साथ ही लखनऊ में भी एक भव्य स्मारक बनाने की योजना है, जो 1857 की क्रांति की वीरांगनाओं को समर्पित होगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में इतिहास के साथ न्याय करने और राष्ट्रनायकों को उनका उचित स्थान दिलाने का संकल्प दोहराया. उन्होंने साफ किया कि अब तुष्टिकरण की राजनीति नहीं चलेगी और डबल इंजन की सरकार इतिहास में किए गए अन्याय को सुधारने का काम जारी रखेगी.